अब बिहार के पूर्णिया में शेल्टर होम कांड, लड़की का आरोप- होटलों में भेजते थे

 बिहार के मुजफ्फरपुर शेल्‍टर होम में लड़कियों की प्रताड़ना व उनके साथ हुई यौन हिंसा के मामले से बिहार शर्मसार है। मामले की जांच सुप्रीम कोर्ट की मॉनिटरिंग में सीबीआइ कर रही है। इसके बाद बिहार के विभिन्‍न शेल्‍टर होम की व्‍यवस्‍था दुरुस्‍त करने के दावे के बीच वैसी ही शर्मनाक घटना फिर सामने आई है। ताजा मामला पूर्णिया के शेल्‍टर होम का है। वहां से भागी एक लड़की पर विश्‍वास करें तो शेल्‍टर होम की लड़कियों से दुष्‍कर्म किए जाते हैं, उन्‍हें होटलों तक में सप्‍लाई किया जाता है।

पूर्णिया सदर थाना क्षेत्र के शेल्‍टर होम से सोमवार की सुबह छह लड़कियाें के भाग गईं। उनमें पांच तो पकड़ ली गईं, जबकि एक बच निकली। उसी लड़की ने मीडिया के सामने आपबीती सुनाई है। उसने शेल्टर होम के संबंध में बड़े खुलासे किए हैं। उसके आरोपों ने शेल्‍टर होम की व्यवस्था पर प्रश्नचिह्न लगा दिए है।

ऐसे शेल्‍टर होम लाई गई थी लड़की 
पूर्णिया के शेल्‍टर होम से सोमवार को फरार हुई लड़की कटिहार की रहने वाली है। जानकारी के मुताबिक कुछ दिन पूर्व लड़की के पिता ने सहायक थाना में अपनी बेटी को शादी की नीयत से बहला-फुसलाकर भगा ले जाने का आरोप लगाते हुए मामला दर्ज कराया था। इसमें एक युवक को लड़की के पिता ने नामजद किया था। नाबालिग के भगा ले जाने का मामला सामने आने के बाद सहायक पुलिस ने बरामदगी को लेकर कार्रवाई शुरू की। 16 फरवरी को लड़की स्वयं सहायक थाना पहुंची। लड़की के माता-पिता ने उसे अपने साथ रखने से इनकार कर दिया तो पुलिस ने उसे 19 फरवरी को पूर्णिया शेल्‍टर होम भेज दिया।

पीड़ित लड़की ने किए ये बड़े खुलासे 
पीड़ित लड़की सोमवार की सुबह शेल्‍टर होम से भाग गई। उसने बताया कि शेल्‍टर होम में बाल सुधार की आड़ में गंदे काम होते हैं। लड़की ने बताया कि शेल्टर होम के कर्मी उसे मेडिकल जांच के नाम पर होटल ले जाते थे, जहां गंदा काम करने पर मजबूर किया जाता था।

ऐसी पीड़ित वह अकेली लड़की नहीं। उसके साथ कई और लड़कियों के साथ भी ऐसा होता रहा है। होटल में कई अंकल लोग आते थे, जिनके पास जाने को उन्‍हें मजबूर किया जाता था। लड़की ने बताया कि शेल्टर होम की महिला कर्मी उसे व अन्‍य लड़कियों को होटलों तक ले जातीं थीं।

चुप रहने की दी जाती धमकी
लड़की ने बताया कि उन लोगों को चुप रहने या अंजाम भुगतने की धमकी दी जाती थी। सप्ताह में एक बार घरवालों से फोन पर बात तो कराई जाती थी, लेकिन स्पीकर ऑन करके. ताकि वे अपनी बात घरवालों से नहीं कह सकें। लड़कियों को बाहर भी नहीं जाने दिया जाता था।

पहले भी सामने आ चुका ऐसा मामला 
विदित हो कि इसके पहले भी पूर्णिया के एक शेल्टर हाेम से भागी सहरसा की एक नाबालिग लड़की ने भी ऐसा खुलासा किया था। बीते गुरुवार को उसने सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव से मिलकर आपबीती सुनाई थी। उसने कहा था कि वहां रहने वाली लड़कियों के साथ गंदा काम हो रहा है। उसने बताया था कि पूर्णिया शेल्टर हाेम में उसके साथ दुष्‍कर्म किया जाता था। इस काम में दो अधिकारी भी शामिल थे। उसके अनुसार शेल्‍टर होम में बाहर से भी लोग पहुंचते थे, जो अन्‍य लड़कियों से भी दुष्‍कर्म करते थे। पीडि़त लड़की ने इस संबंध में सांसद पप्‍पू यादव को लिखित जानकारी दी तथा इसकी प्रतिलिपि पटना हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश को भी दी।

यह है मुजफ्फरपुर शेल्‍टर होम कांड 
विदित हो कि बीते दिनों बिहार के मुजफ्फरपुर स्थित शेल्‍टर होम में लड़कियों से दुष्‍कर्म व उनकी तरह-तरह की प्रताड़ना का मामला उजागर हुआ था। टाटा इंस्‍टीच्‍यूट ऑफ सोशल साइंस (टिस) की सोशल ऑडिट रिपोर्ट में राज्‍य के कुछ शेल्‍टर होम में ऐसे मामलों की जानकारी दी गई थी, जिसके बाद सरकार ने कार्रवाई की।

इसके बाद मुजफ्फरपुर शेल्‍टर होम के संचालक तथा कांड के मास्‍टरमाइंड ब्रजेश ठाकुर को गिरफ्तार कर लिया गया। तत्‍कालीन समाज कल्‍याण्‍ा मंत्री मंजू वर्मा को इस्‍तीफा देना पड़ा। कांड के सिलसिले में कई बड़े लोग गिरफ्तार किए गए। फिलहाल मामले की जांच सुप्रीम कोर्ट की मॉनीटरिंग में सीबीआइ कर रही है।