अमरीका , पाकिस्तान पर बराह-ए-रास्त हमला नहीं करेगा ?

मानचैसटर । 4 । अक्तूबर (यू एन आई) अमरीका पाकिस्तान के ताल्लुक़ात में सख़्त जुमलों के तबादला और गर्मागर्मी के बावजूद अमरीका , पाकिस्तान पर बराह-ए-रास्त हमला नहीं करेगा । सितारों की चाल के मुताबिक़ बुरज-ए-अक़रब और बुरज जो ज़ांजस दायरों से बाहर निकल रहे हैं और 23 अक्तूबर को चांद और सूरज बुरज क़मर और बुरज शमस का साद क़िरान क़लील अर्सा के लिए होगा । ये पेशगोई अल्लामा अज़ीम जी ने इलम नुजूम और आदाद के तहत की है । उन्हों ने कहा कि सदर-ए-पाकिस्तान आसिफ़ अली ज़रदारी और अमरीकी सदर ओबामा के सियार गान की चाल भी नॉर्मल नज़र आती है । उलूम बातनीया से भी अख़ज़ है कि पाकिस्तान उस वक़्त आग के शालों में ज़रूर है लेकिन इस पर दुश्मन मज़ीद हमला नहीं करसकेगा । हिंदूस्तान के सियार गान भी पाकिस्तान के सियार गान के साथ नरम रवैय्या और हालत अमन में दिखाई देते हैं । उन्हों ने कहा कि पाकिस्तान को आइन्दा तीन माह में दो बड़े हादिसात का सामना करना पड़ सकता है, अहम लीडरों पर क़ातिलाना हमले होसकते हैं लेकिन पाकिस्तान पर अमरीका बाक़ायदा जंग मुसल्लत नहीं करेगा। 29 सितंबर को पाकिस्तानी सयासी रहनुमा के इजतिमा के वक़्त सियार गान ने क़िरान शमस , बुरज-ए-हमल और ज़ुहल के साथ किया था जिस से माहिरीन उलूम नुजूम कहते हैं कि ख़तरात टल जाते हैं उस वक़्त सियार गान का तनाॶ एक दूसरे के सामने नज़र बद दिखाई ज़रूर देती है लेकिन मिर्रीख़ और शमस सियार गान पाकिस्तान के साथ दोस्ती दिखाते हैं जिस से हतमी तौर पर कहा जा सकता है कि कोई मुल़्क पाकिस्तान पर हमला करने की जुरात नहीं करेगा।