अमृतसर ट्रेन हादसा: भीषण दुर्घटना के साथ ही सियासत शुरू

पंजाब के अमृतसर में रावण दहन कार्यक्रम के दौरान पटरी पर खड़े लोगों पर से ट्रेन के गुजरने की घटना पर सियासत भी शुरू हो गई है। विपक्षी शिरोमणि अकाली दल ने जहां इसे प्रशासन की लापरवाही करार दिया है और कार्यक्रम की मुख्य अतिथित नवजोत कौर सिद्धू को जिम्मेदार ठहराया है। वहीं नवजोत ने इन आरोपों से इनकार करते हुए विरोधियों से इस मुद्दे पर राजनीति नहीं करने की बात कही है।

पंजाब के पूर्व उप मुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल ने कहा, अमृतसर के जोधा गेट के पास हुए हादसे के बारे में सुना है। यह दुर्भाग्यपूर्ण और दुखद है। लेकिन इस हादसे के लिए स्थानीय आयोजक और पुलिस को जवाब देना चाहिए था। आखिर रेलवे पटरी पर कार्यक्रम आयोजित करने की इजाजत दी गई है ?

 

वहीं नवजोत ने कहा कि पटरियों के किनारे सालों से रावण दहन और दशहरा का कार्यक्रम आयोजित होता रहा है। यह रेलवे की गलती है, क्योंकि पटरी पर आयोजन होने के कारण गति कम की जानी चाहिए थी। उन्होंने कहा, मैं रावण दहन करने के बाद घर जा चुकी थी, तब यह हादसा हुआ। इसके बाद उन्हें इसकी जानकारी मिली और वह घायलों की मदद के लिए आई हैं। उन्होंने कहा, इस मुद्दे पर राजनीति करने वालों को शर्म आनी चाहिए।

सरकार की नाकामी से हुई घटना : आप 

आम आदमी पार्टी (आप) की पंजाब इकाई ने अमृतसर में घटी घटना के लिए पंजाब सरकार को जिम्मेदार ठहराया है। पार्टी सांसद भगवंत मान और विधानसभा में विरोधी पक्ष के नेता हरपाल सिंह चीमा ने घटना को दुखद करार दिया है। उन्होंने कहा, यह घटना प्रशासनिक लापरवाही का नतीजा है। इसलिए जिम्मेदार प्रशासनिक आधिकारियों, रेलवे और सरकार के नुमाइंदों पर सख्त कार्यवाही की जानी चाहिए। आप नेताओं ने कहा कि असुरक्षित स्थान पर दशहरे का त्योहार मनाने की इजाजत देना ही बड़ी भूल साबित हुई है।