अमेरिका: ट्रम्प को जबरदस्त झटका, निचले सदन में बहुमत गंवाया!

अमेरिका में हुए मध्यावधि के चुनाव के नतीजों ने समीकरण बदल दिए हैं। डोनाल्ड ट्रंप की रिपब्लिकन पार्टी का बहुमत अभी दोनों सदनों में था, लेकिन अब निचले सदन हाउस ऑफ रिप्रजेंटेटिव में डेमोक्रेट्स बहुमत में आ गए हैं।

उच्च सदन सीनेट में रिपब्लिकन का बहुमत बना रहेगा. इससे ट्रंप के लिए मुश्किलें खड़ी हो सकती हैं। चुनाव में रूस के दखल मामले की जांच भी आगे बढ़ सकती है और उन पर महाभियोग चलाने का माहौल भी बन सकता है।

राष्ट्रपति बनने के 2 साल बाद रिपब्लिकन पार्टी को इस तरह की हार का सामना करना पड़ा है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक यह परिणाम यूएस में सत्ता का संतुलन स्थापित कर सकता है। क्योंकि 2016 में चुनाव के बाद से ट्रंप दोनों सदनों में बहुमत में थे। किसी तरह के कानून को पास कराने में उन्हें कोई टोकने वाला नहीं था।

अब डेमोक्रेट इस स्थिति में पहुंच गए हैं कि वह ऐसे कानून को रोक सकते हैं। अब ट्रंप पर ओपेक को फाइनेंस करने और 2016 के चुनाव में रूस के हस्तक्षेप मामले की जांच की आंच आ सकती है। इसके साथ ही यह मामला महाभियोग तक जा सकता है।

इस चुनाव परिणाम को ट्रंप के खिलाफ जनमत संग्रह माना जा रहा है। ऐसा माना जा रहा है कि डेमोक्रेट्स नीली लहर के रूप में उभर रहे हैं। ट्रंप ह्वाइट हाउस से ही चुनाव परिणामों पर नजर बनाए हुए हैं जहां वह अपने परिवार और मित्रों को साथ मौजूद हैं।

अमेरकियों ने न्यू यॉर्क से कैलिफोर्निया और मिसूरी से जॉर्जिया तक पूरे उत्साह के साथ वोटिंग की है। हाउस ऑफ रिप्रजेंटेटिव की 435 सीटों, 100 सदस्यों की सीनेट में 35 सीटों ।

गवर्नर की 36 सीटों के लिए चुनाव हो रहे हैं। डेमोक्रेट हाउस ऑफ रिप्रजेंटेटिव में महत्वपूर्ण बढ़त बनाए हुए हैं लेकिन रिपब्लिकन कड़ी टक्कर दे रहे हैं।

जैसै सीनेट में रिपब्लिकन माइक बरून डेमोक्रेटिक सीनेटर जो डॉनली से हार गए लेकिन करप्शन का चार्ज झेल रहे सीनेटर बॉब मेंडीज न्यू जर्सी में डेमोक्रेट्स से अपनी सीट बचाने में सफल रहे।

रिपब्लिकन का कहना है कि ट्रंप ने पोलिंग के एक दिन पहले तक लड़ाई लड़ी थी और पूरे देश में दौरा किया था। उन्होंने आरोप लगाया कि डेमोक्रेट्स समाजवादियों और गैरकानूनी तरीके से अमेरिका में आने वालों का समर्थन कर रहे हैं।

वहीं डेमोक्रेट्स अति उत्साह में हैं. पूर्व उप राष्ट्रपति जो बीडेन संभावित रूप से ट्रंप के खिलाफ राष्ट्रपति के उम्मीदवार होंगे। डेमोक्रेट्स का दावा है कि वह 2020 में ट्रंप को हरा देंगे।

यूएस चे चुनाव अधिकारी माइकल मैकडोनॉल्ड ने कहा कि इस मध्यावधि चुनाव में 38.4 लाख अमेरिकन अपने मताधिकार का प्रयोग किया है, जबकि 2014 में 27.4 लाख लोगों ने वोट दिया था।

ऐसा बताया जा रहा है कि वोटिंग के लिए जनता एकदम तैयार थी। दरवाजे खटखटाकर लोगों को घर से बाहर निकाला गया और वोट देने की अपील की गई। लोग कह रहे थे कि इस बार परिवर्तन लाना है।

साभार- ‘आज तक’