अरब देशों में नरसंहार करने के लिए हथियार बेचे जाते हैं- पोप फ्रांसिस

कैथोलिक इसाइयों के धर्मगुरू पोप फ्रांसिस ने कहा है कि यूरोप और अमरीका, नागरिकों के जनसंहार के लिए हथियार बेचते हैं। पोप फ़्रांसिस ने इटली के मीलान नगर में “सेनकार्लो” संस्था के छात्रों के साथ मुलाक़ात में कहा कि सीरिया, यमन और अफ़ग़ानिस्तान में आम लोेग पश्चिम तथा अमरीका के हथियारों से मारे जा रहे हैं।

पार्स टुडे डॉट कॉम के अनुसार, उन्होंने कहा कि पश्चिम हथियार बनाता है जिससे आम लोग मारे जाते हैं और अगर वह एसा न करे तो फिर सीरिया, यमन और अफ़ग़ानिस्तान जैसे देशों में आम लोग न मारे जाएं।

पोप फ़्रांसिस ने स्पष्ट किया कि वे देश जो हथियार बनाकर बेचते हैं उनकी अन्तर्रात्मा को इस बात से दुखी होना चाहिए कि इन्ही हथियारों से न जाने कितने निर्दोष लोग मारे जाएंगे और सैकड़ों परिवार नष्ट हो जाएंगे।

उन्होंने इसी प्रकार पश्चिमी नेताओं की पलायनकर्ता विरोधी नीतियों की आलोचना करते हुए कहा कि अपने अनुचित आर्थिक सिस्टम के कारण पश्चिम, मतभेद फैलाने का कारण बना है।

पोप फ़्रांसिस का कहना था कि हमें पलायनकर्ताओं से नहीं डरना चाहिए क्योंकि वे हमारे लिए पूंजी के समान हैं। उन्होंने कहा कि इन्ही पलायनकर्ताओं ने ही यूरोप को बनाया है।

उन्होंने अमरीकी राष्ट्रपति का नाम लिये बना कहा कि वे लोग जिनके मन के भीतर भेदभाव की भावना है उनको ईश्वर से इसलिए प्रायश्चित करना चाहिए कि वे लोग जो कांटेदार दीवारों या ईंटों की दीवारों से दूसरों को रोकना चाहते हैं वे स्वयं ही इन दीवारों में क़ैद हो जाएंगे।