‘अलिटा’ में काम करना रोचक अनुभव : कीन जॉनसन

नई दिल्ली: हॉलीवुड फिल्म ’टाइटैनिक’ और ’अवतार’ जैसी शानदार फिल्मों का निर्माण करने वाले फिल्ममेकर जेम्स कैमरून एवं डायरेक्टर-राइटर रॉबर्ट रॉड्रिग्ज की जोड़ी अपनी फिल्म ’अलिटा : बेटल एंजेल’ के साथ लोगों को चौंकाने के लिए तैयार हैं। हाल ही में इस फिल्म ट्रेलर रिलीज हुआ है, जिसे लोगों ने काफी पसंद किया है। दमदार एक्शन से भरपूर जेम्स कैमरून की यह फिल्म जापानी एनिमिटिड सीरीज ’युकिटो किशिरो’ का रिमेक है।

बात करें ’अलिटा : बेटल एंजेल’ को इसकी कहानी एक ऐसी महिला रोबोट, यानी अलिटा नाम की सायबोर्ग की है, जो कचरे में मिलती है, लेकिन जिसके अंदर इंसानों जैसी समझ-बूझ और भावना होती है। कहानी में डॉक्टर का किरदार निभा रहे क्रिस्टोफ वॉल्ट्ज उसे अस्तित्व में लाते हैं। जब अलिटा होश में आती है, तो वह अपने अतीत के बारे में भूल चुकी होती है। जिस दुनिया में वह है, उसके बारे में भी वह कुछ नहीं जानती है।

बस, डॉक्टर उसे उसके अतीत से बचाने की कोशिश करता है, तो वहीं कुछ लोगों को अलिटा से खतरा है और वह उसे खत्म करने की कोशिश में जुट जाते हैं। फिल्म में ह्यूगो के रोल में कीन जॉनसन हैं, जो अपने जीवन को बेहतर बनाने के लिए अपनी खुद की खोज के साथ संघर्ष करनेवाला ह्यूगो आइरन सिटी से आया है और एक भ्रमित दुनिया से सामना करने में मदद करने के लिए अलिटा का सहयोग करता है। अलिटा के लीड रोल में रोजा सालाजार नजर आएंगी। इनके अलावा अन्य भूमिकाओं में जेनिफर कॉनेली, मेहरशला अली, जैकी अर्ले हेले आदि भी हैं। पेश है, कीन जॉनसन से हुई बातचीत के प्रमुख अंश-

आप पहली बार अलीता में कैसे शामिल हुए? 
मैंने पहली बार 2015 के दिसंबर में अपने एजेंट से इस बारे में सुना था और उसके बाद इसमें शामिल होने के लिए बुलाया गया। मैं जेम्स कैमरुन और रॉबर्ट रॉड्रिग्ज, दोनों का बहुत बड़ा प्रशंसक था। मैंने सोचा कि यह बहुत बड़ा मौका है, जब मुझे इस फिल्म के लिए ऑडिशन देने का अवसर मिलेगा। मैं ऑडिशन के लिए गया, लेकिन उसके बाद तीन-चार महीने तक इस संबंध में क्या कुछ हुआ, कुछ पता नहीं चला। उसके बाद एक दिन मुझे उनके मैनेजर का फोन आया कि रॉबर्ट वास्तव में आपके ऑडिशन वाले टेप को पसंद करते हैं और मुझसे मिलना चाहते हैं।

मैं रॉबर्ट के साथ पहली बार मिला था, तो अविश्वसनीय रूप से बहुत घबरा गया था। हालांकि, उसे पता था कि मैंने ऑडिशन में अच्छा काम किया है। उसके बाद रॉबर्ट के साथ मेरी दूसरी मुलाकात हुई, तो मेरे चेहरे पर घबराहट नहीं थी। फिर मैंने दूसरा ऑडिशन दिया, जो वास्तव में शानदार रहा। एक महीने बाद मुझे बताया गया कि मैं रोजा सालाजार एवं चार-पांच अन्य लोगों के साथ के साथ भूमिका का परीक्षण करने के लिए ऑस्टिन जा रहा हूं। मुझे लगता है कि रॉबर्ट के साथ मेरी केमिस्ट्री बस क्लिक कर गई और मैं ‘अलिटा’ के लिए सेलेक्ट हो गया।

जब आपने वास्तव में पहली बार इसमें हिस्सा लिया, तब आपका रिएक्शन क्या था?
दरअसल, मुझे 36 दिनों तक इंतजार करना पड़ा। उसके बाद मुझे रॉबर्ट से एक ई-मेल मिला, जिसमें कहा गया था, ‘अनुमान लगाओ?’ आखिरकार मुझे फोन आया और यह निश्चित रूप से बेहद आनंददायक था। उसके बाद मैंने फटाफट अपने बैग पैक करना शुरू किया और पांच-छह दिनों के भीतर उड़ान पर था, पांच महीने लगातार काम करने के लिए तैयार था।

आपके अनुसार ह्यूगो कौन है और वह कहानी में कैसे फिट बैठता है?
ह्यूगो जब एक बच्चा था, तभी अपने आयरन सिटी से अलग हो गया था और नई भ्रमित करने वाली दुनिया में आ गया था। उसके बाद उसने सीखा कि कैसे इस नए संसार में अनुकूलन करना है, और वास्तव में यहां कैसे पनपना है। लेकिन, वह जो करना चाहता है, वह उस सब से बाहर निकल जाता है और अलिटा से जा टकराता है। उसके बाद उसके लिए यह जगह खासी दिलचस्प हो जाती है।

मुझे लगता है कि अलिटा रूपक से यह जानने में उसकी मदद करती है कि वह कौन है या क्या बनना चाहता है। वह कोई है, जिसने बहुत छोटी उम्र से सीखा है कि कोई भी उसे कुछ भी सौंपने वाला नहीं है और उसे खुद ही सब कुछ मिल जाएगा। और, कभी-कभी उसे ऐसे काम करने पड़ते हैं, जिन पर उसे कतई गर्व नहीं होता है, लेकिन यह सब करना उसे कहीं अधिक अच्छा लगता है।

इस रोल में ऐसा क्या था, जिसने आपको इसे स्वीकार करने के लिए मजबूर किया?
मुझे लगता है कि कहानी में ह्यूगो का किरदार कहीं ज्यादा महत्वपूर्ण है, क्योंकि जब मैंने पहली बार इसे पढ़ा, तो मैंने जो समझा था, वह सही था। वह स्पष्ट रूप से सड़कछाप स्मार्ट, युवक है, जिसे किसी की ज़रूरत नहीं है। मुझे लगता है कि वह इसे अपने जीवन की सच्चाई को किसी को दिखाने में तब तक सक्षम नहीं हुआ, जब तक कि वह आखिरकार अलिटा से नहीं मिला है, क्योंकि इसके बाद ही उसे पता चलता है कि कोई है, जो उसे प्यार करता है, भले ही वह जैसा भी है।

क्या आप इतने सारे स्पेशल इफेक्ट्स के साथ काम करने में सहज थे?
सच बताऊं तो इस फिल्म की यूनिट की सबसे मजबूत पक्ष इसकी विजुअल इफेक्ट्स कलाकारों की अद्भुत टीम थी। यही वजह रही कि हमें कभी किसी तरह की कोई परेशानी नहीं हुई। हमें पहले ही बता दिया जाता था कि हम किस तरह के दृश्य को शूट करने जा रहे हैं। यह सीन किस तरह का है और आगे जाकर कैसा दिखेगा। इसके लिए रेखाचित्रों का इस्तेमाल किया जाता था। इससे हमें आनेवाले दृश्यों को जानने में सहूलियत होती थी। स्वाभाविक तौर पर हमें कोई परेशानी नहीं हुई।

एक निर्देशक के रूप में रॉबर्ट रोड्रिग्ज कैसे लगे?
रॉबर्ट रोड्रिग्ज एक बेहतरीन निर्देशक हैं, तभी तो उनका प्रशंसक रहा हूं, लेकिन उनके साथ काम करने के बाद पता चला कि वे कितने गंभीर निर्देशक हैं और हर फ्रेम पर कितनी पैनी निगाह रखते हैं। कलाकारों की काम के प्रति स्वच्छंदता को वे और हवा देते हैं, उनकी कल्पनाशीलता को पंख देते हैं और कलाकारों की जिज्ञासाओं-सवालों का जवाब देने के लिए हमेशा तत्पर रहते हैं। हालांकि, वे पहले ही बता देते हैं कि वे कैसे कुछ शूट करेंगे या वह इन फिल्मों को बनाने की रचनात्मक प्रक्रिया कैसे शुरू करेंगे।

यानी, वह न केवल दृश्य, बल्कि किरदार का पूरा खाका खींच देते हैं। इसीलिए, मुझे लगता है कि बहुत से लोग रॉबर्ट के साथ काम करना पसंद करते हैं, क्योंकि वह आपको आपकी बात कहने का मौका देते हैं और अपने हिसाब से आपसे अपना काम भी निकलवा लेते हैं। सच कहूं तो रॉबर्ट के डायरेक्शन में ‘अलिटा’ में काम करना रोचक अनुभव रहा।