”अली और ”बजरंग बली” वाले बयान पर चुनाव आयोग ने योगी को जारी किया नोटिस

चुनाव आयोग ने मेरठ में एक रैली के दौरान ”अली और ”बजरंग अली” वाली टिप्पणी करने को लेकर गुरुवार को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को कारण बताओ नोटिस जारी किया। आयोग का मानना है कि प्रथम दृष्टया योगी ने आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन किया है। आयोग ने उनसे शुक्रवार की शाम तक जवाब देने को कहा है।

योगी ने लोकसभा चुनावों की तुलना इस्लाम में अहम शख्सियत ‘अली और हिंदू देवता ‘बजरंगबली’ के बीच मुकाबले से की थी। भाजपा नेता ने कहा था, ”अगर कांग्रेस, सपा, बसपा को अली पर विश्वास है तो हमें भी बजरंग बली पर विश्वास है।” योगी ने देवबंद में बसपा प्रमुख मायावती के उस भाषण की तरफ इशारा करते हुए यह टिप्पणी की थी जिसमें मायावती ने मुस्लिमों से सपा-बसपा गठबंधन को वोट देने की अपील की थी।

योगी आदित्यनाथ ने मेरठ में बीते 9 अप्रैल को सहारनपुर की रैली का जिक्र करते हुए कहा था कि जब गठबंधन के नेताओं को अली पर विश्वास है और वह अली-अली कर रहे हैं, तो हम भी बजरंगबली के अनुयायी हैं और हमें बजरंगबली पर विश्वास है। मेरठ स्थित सिसौली गांव में आयोजित जनसभा में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा, ‘आज पश्चिम में कोई दंगा नहीं कर सकता, कोई गुंडागर्दी नहीं कर सकता। हमने सरकार बनने के बाद एक ही संकल्प लिया था कि अपराधियों के साथ जीरो टॉलरेंस की नीति पर काम करना है और हमने किया। आज अपराधी जेल में हैं या फिर राम नाम सत्य है कि यात्रा पर निकल चुके हैं। लेकिन यह काम सपा और बसपा ने नहीं किया, उन्होंने अपराधियों को संरक्षण दिया।’