अवाम आम आदमी पार्टी की एक माह की कारकर्दगी से ख़ुश

अब जबकि दिल्ली में आम आदमी पार्टी की हुकूमत का एक माह मुकम्मल होचुका है, वज़ीर-ए-आला दिल्ली अरविंद कजरीवाल ने कहा कि आम आदमी पार्टी हुकूमत करसकेगी या नहीं, इन तनाज़आत और तंज़ के बावजूद पार्टी की कारकर्दगी पर कोई असर नहीं पड़ा और सिर्फ़ एक माह के दौरान उनकी हुकूमत ने दिल्ली शहर को दरपेश कई मसाइल की यकसूई करने में कामयाबी हासिल की है।

एक प्रेस कान्फ़्रेंस से ख़िताब करते हुए उन्होंने ये बात कही जिसे कांग्रेस एम एलए ने दरहम ब्रहम करने की नाकाम कोशिश भी की। केजरीवाल ने इद्दिआ किया कि उनकी हुकूमत ने एक माह के दौरान मुतअद्दिद काम अंजाम दिए हैं जो उनके पीशरो ने भी अंजाम नहीं दिए। फ़िलहाल ख्वातीन का तहफ़्फ़ुज़, बदउनवानियों को जड़ से उखाड़ फेंकना और पानी तक़सीम के निज़ाम में बेहतरी पैदा करना उनकी अव्वलीन तर्जीहात हैं।

उन्होंने कहा कि आप की (सहाफियों) की जानिब से जो सर्वेज़ किए गए हैं वो बिलकुल दरुस्त हैं कि एक माह के दौरान अवाम आम आदमी पार्टी की हुकूमत से ख़ुश हैं क्योंकि कई अहम फ़ैसले करते हुए अवाम को राहत पहुंचाई गई है जैसे हर ख़ानदान के लिए 20 किलो लीटर मुफ़्त पानी की सरबराही और सारिफ़ीन की काबिले लिहाज़ तादाद को रियायती नर्ख़ों पर बर्क़ी सरबराही शामिल है।

उन्होंने कहा कि सिख बिरादरी ने मांग‌ किया है कि 1984 के सिख मुख़ालिफ़ फ़सादात‌ की अज़सर-ए-नौ तहक़ीक़ात करवाई जाएं लिहाज़ा हम ने फ़ैसला किया है कि एक स्पेशल अंवेस्टी गेशन टीम से फ़सादात‌ की दुबारा तहक़ीक़ात करवाई जाएंगी। ओखला से कांग्रेस एम एलए आसिफ़ ने प्रेस कान्फ़्रेंस उस वक़्त दरहम ब्रहम करने की कोशिश की जब केजरीवाल ने एक सवाल का जवाब देते हुए कहा कि दिल्ली हुकूमत 2008 में हुए बटला हाउस इंकाउंटर की दुबारा तहक़ीक़ात पर ग़ौर-ओ-ख़ौज़ नहीं कररही है।

उन्होंने कहा कि अदालत की जानिब से चूँकि इस मुआमले पर फ़ैसला दिया जा चुका है लिहाज़ा दुबारा तहक़ीक़ात करवाने की ज़रूरत नहीं।