असम में कांग्रेस का सफाया, भाजपा का शासन

गुवाहाटी: कांग्रेस ने आज एबीपी न्यूज चैनल ओपिनियन पोल को खारिज कर दिया है जिसमें असम चुनाव में कांग्रेस के सफाये की बात कही गई है। जबकि सर्वेक्षण में बताया गया है कि बीजेपी गठबंधन को 78 सीटें हासिल होंगी। दिल्ली और बिहार के विधानसभा चुनाव के विपरीत भाजपा को असम में जबरदस्त सफलता मिल रही है। माकबल चुनाव करवाए गए सर्वेक्षण में भाजपा अगप। बीपीएफ गठबंधन को 78 सीटें मिल रही हैं।

जबकि सत्तारूढ़ कांग्रेस के पक्ष में केवल 36 सीटें आएंगी। 126 सदस्यीय सदन में ए आई यूडीएफ को 10 सीटें मिल रही हैं। सर्वेक्षण में यह भी अटकलें लगाई गई है कि कांग्रेस के वोट प्रतिशत में अधिक कमी आएगी इसे 2011 के चुनाव में 39.6 प्रतिशत वोट मिले थे। इस बार सिर्फ 34 फीसदी वोट मिलेंगे। सत्तारूढ़ पार्टी को 78 सर्किलों में सफलता मिली थी। भाजपा। अगप। बी पीएफ एकता वाक्यांश 44 प्रतिशत वोट हासिल होंगे।

सर्वेक्षण में कहा गया है कि वर्ष 2011 में भाजपा का वोट प्रतिशत 12.1 था। असम में दो चरणों में मतदान होगा। 4 और‌ 11 अप्रैल को होने वाली मतदान में असम की जनता 15 वर्षीय कांग्रेस शासन के खिलाफ वोट देंगे। विरोधी शासन लहर के कारण भाजपा को फायदा हो रहा है। 19 मई को वोटों की गिनती की जाएगी।

असम 3 बार मुख्यमंत्री रहने वाले तरुण गोगोई ने ओपिनियन पोल को बकवास करार दिया है। उन्होंने यहां जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कांग्रेस को मजबूत बनाया है। पार्टी के अध्यक्ष के साथ भाषण देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि यह ओपिनियन पोल भाजपा की ओर से करवाया गया सर्वेक्षण है। इस सर्वेक्षण पहले भी करवाए जाते थे और मेरे पास ऐसे तथ्य हैं कि यह साबित हो जाएगा कि यह सर्वे रिपोर्ट गलत हैं।

इस एजेंसी ने ओपिनियन पोल करवाकर बिहार में भाजपा के लिए 128 सीटें मिलने की अटकलें थी लेकिन भाजपा को केवल 53 सीटों पर ही जीत मिली। दिल्ली में इस एजेंसी ने भाजपा के पक्ष में 34 सीटें होने का दावा किया था लेकिन पार्टी सिर्फ 3 सीटों पर सिकुड़ कर रह गई। अब भाजपा की किस्मत असम में भी यही रहेगी। मुख्यमंत्री तरुण गोगोई ने कहा कि अभय भाजपा को असम में भी विफलता का मुंह देखना पड़ेगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि ऐसे सर्वेक्षण रिपोर्ट दिल्ली और बिहार चुनाव से पहले प्रकाशित करवाए जा चुके हैं लेकिन वास्तविक परिणाम भिन्न ही आए। यह साबित करके दिखाऊँगा कि यह सर्वेक्षण गलत है और केवल भाजपा के पक्ष में करवाया गया है। कांग्रेस के दौर में असम के अंदर होने वाली विकास से जनता शाहिद हैं। तरुण गोगोई के बेटे गौरव गोगोई ने जो कालबोर से सांसद हैं चुनाव सर्वेक्षण में कई खामियां निकालीं और कहा कि यह सर्वेक्षण केवल धोखा है।

जनता और मतदाताओं के मन में वोट डालए वोट कोई सर्वेक्षण रिपोर्ट गश्त नहीं करेगी बल्कि राय दहिन्दे कस्टम सत्तारूढ़ पार्टी चीफ मिनिस्टर्स प्रदर्शन को देखकर वोट देंगे। 4 अप्रैल और 11 अप्रैल को असम की जनता अपनी पसंद की पार्टी और हमारी ईमानदारी नेता को ही वोट देंगे। असम की जनता से इस तरह के सर्वेक्षण रिपोर्ट का कोई असर नहीं होगा। गुवाहाटी में प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता किशोर भट्टाचार्य ने संवाददाताओं से बातचीत करते हुए कहा कि असम की जनता फिर से कांग्रेस को वोट देंगे और बिहार की तरह भाजपा को जबरदस्त हार का सामना करना पड़ेगा।