पीर को आंध्र प्रदेश असेंबली में भारी हंगामे के दरमियान आंध्र प्रदेश तंज़ीमे नौ बिल -2013 को पेश किया गया। जैसे ही बिल लाया गया , तेलंगाना और साहिली आंध्र और राएलसीमा के अरकाने असेंबली के दरमियान काफ़ी झड़प और धक्का – मुक्की हो गई . ऐवान में सेक्योरिटी बढ़ा दी गई है।
साहिली आंध्र और राएलसीमा के अरकाने असेंबली ने आंध्र प्रदेश असेंबली के अहाते में पैर को अलाहिदा तेलंगाना रियासत के क़ियाम से मुताल्लिक़ बिल की कापियां फाड़ी और कापियों को आग लगा दी, जिस की वजह से वहां कशीदगी पैदा हो गयी।
आंध्र प्रदेश की तशकीले नौ बिल , 2013 को ऐवान में पेश किए जाने के फ़ोरा बाद सीमांध्र के रुक्ने असेंबली रियासत की तक़सीम की मुख़ालिफ़त करने लगे और ऐवान के बाहर आकर उन्होंने मीडिया के सामने बिल की कापियां फाड़ी।
वाई एस आर कांग्रेस पार्टी के सीमांध्र इलाक़े के अराकान-ए-असेंबली ने बिल की कापियां फाडने के बाद उसे आग के हवाले कर दिया। पुलिस ने उन्हें ऐसा करने से रोकने की कोशिश की, लेकिन नाकाम रही। तेलंगाना इलाक़े के अराकान-ए-असेंबली ने मुत्तहिद हो कर इस क़दम की तन्क़ीद की।
उन्हों ने कहा कि अराकान-ए-असेंबली का ये क़दम मुकम्मल तौर पर काबिले एतराज़ है। तेलंगाना राष्ट्र समीती के रहनुमा राजिंदर ने कहा कि सीमांध्र के लीडरों का काम तेलंगाना इलाक़े के लोगों की तौहीन है और उन्हें फ़ौरी तौर पर माफ़ी मांगनी चाहिए।
तेलंगाना इलाक़े के अरकाने असेंबली आंध्र प्रदेश तंज़ीमे नौ बिल -2013 को फ़ौरी तौर पर ऐवान में पेश रखे जाने के लिए दबाव बना रहे थे। वहीं साहिली आंध्र और राएलसीमा इलाक़े के रुक्ने असेंबली रियासत के मुजव्वज़ा तक़सीम के ख़िलाफ़ तजवीज़ लाए जाने का मुतालिबा कर रहे थे।