अक़िलियतों की तालीमी स्कीम नई मंज़िल को वर्ल्ड बैंक का क़र्ज़

नई दिल्ली: अक़िलियतों में तालीम और हुनर की तर्बीयत से मुताल्लिक़ मर्कज़ी हुकूमत की नई मंज़िल स्कीम के लिए वर्ल्ड बैंक ने 50 मिलियन अमरीकी डालर का क़र्ज़ देने से आज इत्तेफ़ाक़ कर लिया। बैन-उल-अक़वामी तरक़्क़ीयाती एसोसीएशन‌ के लिए मालियाती समझौते पर विज़ारत फाईनेंस और आलमी बैंक की तरफ़ से दस्तख़त किए गए।

इस विज़ारत ने अपने बयान में कहा कि इस प्रोजेक्ट के मजमूई मालियत 100 मिलियन अमरीकी डालर है जिसके मिनजुमला 50 मिलियन डालर बैन-उल-अक़वामी तरक़्क़ीयाती एसोसीएशन‌ (आईडीए) क़र्ज़ के तौर पर दिए जाऐंगे और माबाक़ी रक़म मर्कज़ी बजट से फ़राहम की जाएगी।

विज़ारत फाइनेंस के बयान में कहा गया है कि अक़िलियतों में बच्चों के तर्क तालीम और नौजवानों में बेरोज़गारी की भारी शरह के मसले से निमटने के लिए इस प्रोजेक्ट के तहत अक़िलियती तलबा-ओ-नौजवानों में इल्म-ओ-हुनर की सलाहियतों के फ़रोग़ जामा अंदाज़ फ़िक्र इख़तियार किया जाएगा।

ग़रीबी से नीचे की सतह से ताल्लुक़ रखने वाले 17 ता 35 साल के अफ़राद इस प्रोजेक्ट के असल इस्तिफ़ादा कुनुन्दगान होंगे। बयान में कहा गया है कि अक़िलियती नौजवानों की तालीमी हालत में बेहतरी और उन्हें हुसूल रोज़गार में मुआविन हुनर की फ़राहमी इस प्रोजेक्ट के मुतवक़्क़े नताइज होंगे।

विज़ारते फाइनेंस के बयान में मज़ीद कहा गया है कि ये प्रोजेक्ट के लिए मालिया की फ़राहमी बरामद होने वाले नताइज पर मबनी होगी। बिलख़ुसूस वाज़िह नताइज की बुनियाद पर ही प्रोजेक्ट के फंड्स तक़सीम किए जाऐंगे। प्रोजेक्ट में इंदिराज करने वाले तलबा की तादाद, कामयाबी के साथ तालीम मुकम्मल करने वाले तलबा की तादाद और हुनरमंदी को ख़ुसूसी तौर पर मलहूज़ रखा जाएगा। इस प्रोजेक्ट के इख़तेताम की तारीख़ 31 अक्टूबर 2021 है।