अज़हर उद्दीन के फ़र्ज़ंद अय्याज़ उद्दीन का इंतिक़ाल

मक्का मस्जिद में नमाज़ जनाज़ा । हज़ारों सोगवारों की मौजूदगी में सपुर्द लिहद
हैदराबाद 16 सितंबर ( सियासत न्यूज़ ) क़ौमी क्रिकेट टीम के साबिक़ कप्तान-ओ-रुकन पार्लीमैंट मुहम्मद अज़हर उद्दीन के फ़र्ज़ंद मुहम्मद अय्याज़ उद्दीन आज हॉस्पिटल में ज़हमों से जांबर ना होसके । अय्याज़ गुज़शता छः दिन से हादिसा में ज़ख़मी होने के बाद ज़ेर-ए-इलाज थे । आज दिन में 11.51 बजे उन का इंतिक़ाल होगया । अय्याज़ की नमाज़ जनाज़ा बाद नमाज़ मग़रिब मक्का मस्जिद में अदा की गई और तदफ़ीन क़ब्रिस्तान दरगाह हज़रत बंदे अली शाह फसलबनडा में अमल में आई । अय्याज़ उद्दीन के इंतिक़ाल की इत्तिला मिलते ही अपोलो हॉस्पिटल पर अज़हर उद्दीन के परसितारों और चाहने वालों का हुजूम जमा होगया । मुख़्तलिफ़ सयासी जमातों से ताल्लुक़ रखने वाले सयासी क़ाइदीन मुमताज़ शख़्सियतों के इलावा चीफ़ मिनिस्टर मिस्टर एन किरण कुमार रेड्डी मर्कज़ी वज़ीर मिस्टर प्रदीप जैन जनाब ख़लीक़ अलरहमन साबिक़ वज़ीर मुहम्मद अली शब्बीर सदर टी आर ऐस अक़ल्लीयती सेल मुहम्मद महमूद अली रुकन पार्लीमैंट उत्तरप्रदेश मिस्टर कमल किशवर कांग्रेस लीडर आबिद रसूल ख़ां-ओ-दीगर हॉस्पिटल पहूंच गए । तक़रीबन चार बजे शाम अय्याज़ उद्दीन की मय्यत को दवाख़ाना से उन के मकान वाक़्य बंजारा हिलज़ मुंतक़िल किया गया । जहां ऐडीटर सियासत जनाब ज़ाहिद अली ख़ां ने उन के मकान पहोनचकर अज़हर उद्दीन और उन के अफ़राद ख़ानदान को पुर्सा दिया । हॉस्पिटल में अय्याज़ की मौत की इत्तिला के वक़्त अज़हर उद्दीन के इलावा उन के अफ़राद ख़ानदान मौजूद थे । डाक्टरों के मुताबिक़ अयाज़त की हालत इंतिहाई तशवीशनाक थी और उन के आज़ा-ए-रईसा तक़रीबन नाकारा होचुके थे और ईलाज में मदद नहीं मिल रही थी । वो मुसलसल छः दिन से मस्नूई तनफ़्फ़ुस पर रखे गए थे । अय्याज़ की मय्यत को बज़रीया गाड़ी तारीख़ी मक्का मस्जिद ले जाया गया जहां हज़ारों की तादाद में अवाम जमा थे जो अपने चहेते खिलाड़ी के फ़र्ज़ंद के जनाज़ा में शिरकत केलिए मौजूद थे । अय्याज़ के जनाज़ा को कंधा देने और अपने ग़मज़दा सोपर स्टार को देखने के दौरान अवाम का हुजूम भगदड़ का शिकार होगया । जैसे ही जनाज़ा गुलज़ार हौज़ के आगे बढ़ा अवाम की तादाद में अचानक ही इज़ाफ़ा होगया और पुलिस की जानिब से हुजूम को देखते हुए भारी पुलिस बंद-ओ-बस्त किया गया था । यहां रिया पड ऐक्शण फ़ोर्स और नियम फ़ौजी दस्तों वग़ैरा को भी तलब करलिया गया था । अवाम की तादाद का अंदाज़ा इस बात से लगाया जा सकता है कि इंतिहाई वसीअ-ओ-अरीज़ मक्का मस्जिद अपनी तंग दामिनी का शिकवा कर रही थी । अज़हर उद्दीन जनाज़ा की गाड़ी पर सवार थे और वो इंतिहाई अफ़्सुर्दा और ग़मज़दा दिखाई दे रहे थे । जैसे ही मक्का मस्जिद में जनाज़ा पहूँचा अवाम अज़हर को पुर्सा देने केलिए उमड पड़े । यहां पुलिस को काफ़ी मुश्किलात पेश आएं। इस दौरान शाह अली बंडाता चारमीनार और गुलज़ार हौज़ता चारमीनार ट्रैफ़िक को मोड़ दिया गया था । नमाज़ जनाज़ा बाद नमाज़ मग़रिब मक्का मस्जिद में इमाम मक्का मस्जिद ने पढ़ाई । नमाज़ जनाज़ा के वक़्त मक्का मस्जिद में प्रिंस शहामत जाह साबिक़ सदर नशीन वक़्फ़ बोर्ड मुहम्मद सलीम तलगोदीशम क़ाइदीन अरशद अली ख़ां अली बिन सईद अलगतमी-ओ-दीगर मुअज़्ज़िज़ शख्सियतें मौजूद थीं। हज़ारों सोगवारों की मौजूदगी में जनाज़ा को उन के आबाई क़ब्रिस्तान वाक़्य दरगाह हज़रत बंदे अली शाह ऒ फसलबनडा मुंतक़िल किया गया जहां अय्याज़ की तदफ़ीन अमल में आई । क़ब्रिस्तान के क़रीब अवाम को रोक दिया गया । अज़हर उद्दीन उन के बड़े भाई और बड़े लड़के ने ही एवज़ की तदफ़ीन अंजाम दी । उस वक़्त अज़हर उद्दीन इंतिहाई जज़बाती होगए थे और उन्हें अपने जज़बात पर क़ाबू पाना मुश्किल हो रहा था । वो किसी से बात करने के मौक़िफ़ में भी नहीं थे ।