अज़ान के कम्पटीशन में सतीश को मिला अवार्ड

मुंबई:इस देश की संस्कृति जहाँ हिन्दू और मुसलमान दोनों ही आपस में भाई-बहन की तरह रहते हैं, वहाँ हिन्दुवों और मुसलमानों की संस्कृति में मोहब्बत की मिलावट क्या बड़ी चीज़ है. इसी का एक नमूना पेश करते हुए महाराष्ट्र के सोलापुर ज़िले के एक हिन्दू लड़के ने अज़ान के कम्पटीशन में बाक़ी सारे प्रतिभागियों को हरा कर पहला स्थान हासिल किया है. सतीश का उच्चारण (pronunciation) बाक़ी लोगों के उच्चारण से अच्छा था. सतीश अक्सर मस्जिद से आने वाली अज़ान को ध्यान से सुनता था और घर जाके इसकी प्रैक्टिस भी किया करता था. सतीश का कहना है कि उसने इसके लिए अच्छी खासी महनत की है जिसका नतीजा आज सबके सामने है.
आजकल जहाँ हमारी मिली-जुली तहज़ीब को ख़त्म करने के लिए कुछ ताक़तें काम कर रही हैं वहीँ धार्मिक सद्भाव की मिसाल क़ायम करते हुए इस लड़के ने एक बार फिर बता दिया है कि “मज़हब नहीं सिखाता आपस में बैर करना”