आँजहानी पी वि नरसिम्हा राव‌ को भारत रतन एवार्ड देने का मुतालिबा

साबिक़ वज़ीर-ए-आज़म पी वि नरसिम्हा राव‌ को उनकी 93वीं जयंती के मौके पर टी आर एस हुकूमत ने खिराज पेश किया। पी वि नरसिम्हा राव‌ के देहांत के बाद ये पहला मौक़ा है जब किसी हुकूमत ने सरकारी तौर पर उनकी जयंती तक़ारीब का इनइक़ाद अमल में लाया है।

नेक्लेस रोड पर वाक़्ये पी वि समाधि पर सरकारी तक़रीब मुनाक़िद हुई जिस में गवर्नर ई एस एल नरसिम्हन, चीफ़ मिनिस्टर के चन्द्र शेखर राव‌, डिप्टी चीफ़ मिनिस्टर मुहम्मद महमूद अली, रियासती वुज़रा एन नरसिम्हा रेड्डी, ई राजिंदर, पी महेंद्र रेड्डी,जोगू रामना, अरकाने पार्लियामेंट के कवीता के अलावा पी वि नरसिम्हा राव‌ के अफ़रादे ख़ानदान ने शिरकत की।

इस मौके पर गवर्नर, चीफ़ मिनिस्टर, डिप्टी चीफ़ मिनिस्टर और वुज़रा ने समाधि और पोर्टरेट पर फूल निछावर किए।इस मौके पर चीफ़ मिनिस्टर चन्द्रशेखर राव‌ ने नरसिम्हा राव‌ को ज़बरदस्त ख़िराज-ए-अक़ीदत पेश करते हुए उन्हें भारत रतन एवार्ड दिए जाने का मुतालिबा किया।

उन्होंने कहा कि इस सिलसिले में रियासती काबीना में बहुत जल्द एक क़रारदाद मंज़ूर करते हुए मर्कज़ से पी वि नरसिम्हा राव‌ को भारत रतन का एज़ाज़ देने की दरख़ास्त की जाएगी। उन्होंने नरसिम्हा राव‌ को 1999 में मआशी इस्लाहात का मुअम्मार क़रार दिया। चीफ़ मिनिस्टर ने हैदराबाद में नरसिम्हा राव‌ की एक यादगार की तामीर का भी एलान किया जो नरसिम्हा राव‌ के कारनामों के यादगार की तरह होगी।

के सी आर ने तेलंगाना में नए क़ायम होने वाले अज़ला में एक ज़िला का नाम पी वि नरसिम्हा राव‌ से मौसूम करने और तेलंगाना की एक यूनीवर्सिटी का नाम भी नरसिम्हा राव‌ के नाम से मौसूम करने का एलान किया।

उन्होंने मर्कज़ से दरख़ास्त की के वो नई दिल्ली में नरसिम्हा राव‌ की यादगार तामीर करे।चीफ़ मिनिस्टर ने कहा कि नरसिम्हा राव‌ 17ज़बानों से वाक़िफ़ थे।उन्होंने अफ़सोस का इज़हार किया कि साबिक़ हुकूमतों को नरसिम्हा राव‌ के मुजस्समा की तामीर का ख़्याल नहीं आया।

के सी आर ने कहा कि बहुत जल्द शहर के मर्कज़ी मुक़ाम पर नरसिम्हा राव‌ का मुजस्समा नसब किया जाएगा। कांग्रेस के सीनीयर क़ाइद के जाना रेड्डी, बी जे पी रुकने पार्लियामेंट बंडारू दत्तात्रेय, सी नारायण रेड्डी और दूसरों ने मुख़ातब किया। इस मौके पर नरसिम्हा राव‌ की याद में एक किताब की रस्म इजरा अंजाम दी गई।