आंध्र प्रदेश के लिए 53 हज़ार करोड़ रुपये मंज़ूर

नई दिल्ली 31मई: मंसूबा बंदी कमीशन ने आज आंध्र प्रदेश के लिए साल 2012-13 के सालाना मंसूबे के तहत 53 हज़ार करोड़ रुपये मंज़ूर किए हैं।

इस मंसूबे को चीफ़ मिनिस्टर किरण कुमार रेड्डी और मंसूबा बंदी कमीशन के नायब सदर नशीन मोंटेक सिंह अहलुवालिया के दरमयान मुलाक़ात के बाद क़तईयत दी गई।

साल बराए 2012-13 के लिए मंसूबा बंदी कमीशन ने 49,953 करोड़ रुपये के मंसूबे को मंज़ूरी दी। अहलुवालिया ने रियास्ती हुकूमत की सताइश करते हुए कहा कि हुकूमत ने समाजी और अमली इंफ्रास्ट्रक्चर दोनों की तरक़्क़ी में ख़ानगी अवामी शराकतदारी को फ़रोग़ देने के मक़सद से हक़ीक़ी तरक़्क़ीयाती इक़दामात किए हैं।

इस कोशिश का मक़सद समाजी तरक़्क़ी को यक़ीनी बनाना है। उन्होंने कहा कि बारहवीं पंच साला मंसूबे की मुद्दत के दौरान ख़ानगी शोबे की बेहतर शमूलीयत की ज़रूरत होगी क्यूंकि इंफ्रास्ट्रक्चर को फ़रोग़ देने के लिए रियास्ती फंड्स काफ़ी नहीं होंगे।

उन्होंने कहा कि रियास्ती हुकूमत को मक़बूल आम स्कीमात की कारकर्दगी को बेहतर बनाने के लिए बाअज़ तजावीज़ पेश करनी चाहीए जिस पर कमीशन ग़ौर करेगा और इस के बाद मंसूबा दस्तावेज़ को क़तईयत दी जाएगी।

उन्होंने कहा कि रियास्ती हुकूमत को इख़तिराई मंसूबों के साथ तैयार रहना चाहीए ख़ासकर समाजी शोबा ,सेहत और तालीम में हुकूमत को इख़तिराई इक़दामात करने की ज़रूरत है।

मोंटेक सिंह अहलुवालिया ने कहा कि ज़रई शोबे में रियासत की कारकर्दगी मुतास्सिर कुन थी और ये क़ौमी सतह की पैदावार से ज़ाइद है।

उन्होंने निशानदेही की के आंध्र प्रदेश को ज़रई पैदावार में ज़रख़ेज़ रियासत का दर्जा हासिल है। चीफ़ मिनिस्टर किरण कुमार रेड्डी नेप्रेस कांफ्रेंस से ख़िताब करते हुए कहा कि बारहवीं पंच साला मंसूबा के दौरान रियास्ती हुकूमत ने 10 फ़ीसद पैदावार का निशाना मुक़र्रर किया है जबके क़ौमी सतह पर पैदावार का निशाना 9 फ़ीसद पाया जाता है।