आंध्र प्रदेश में सदर राज के नफ़ाज़ का फ़ैसला

मर्कज़ी काबीना की तरफ् से आंध्र प्रदेश में सदर राज के नफ़ाद का फ़ैसला किया जाएगा। गवर्नर ई एस एल नरसिम्हन ने चीफ़ मिनिस्टर किरण कुमार रेड्डी के स्तीफ़ा के बाद सदर राज नाफ़िज़ करने की सिफ़ारिश की थी।

मर्कज़ी काबीना की मीटिंग में आंध्र प्रदेश की सियासी सूरते हाल और आर्टीकल 356(1)के तहत आलामीया की इजराई अहम एजंडा के तौर पर ग़ौर किया जाएगा।

आंध्र प्रदेश की तक़सीम का मरहला शुरू होचुका है कांग्रेस किरण कुमार रेड्डी के जांनशीन के लिए किसी और उम्मीदवार को मुंतख़ब करने से गुरेज़ कररही है। कांग्रेस ने आंध्र प्रदेश में 10 साल हुक्मरानी की है।

किरण कुमार रेड्डी ने चीफ़ मिनिस्टर के अलावा कांग्रेस पार्टी की रुकनीयत से भी स्तीफ़ा दिया है। तेलंगाना के क़ियाम के लिए कांग्रेस के फ़ैसले के ख़िलाफ़ वो एहतेजाज कररहे थे।

ताहम ये फ़ौरी तौर पर वाज़िह नहीं हुआ कि आया गवर्नर नरसिम्हन ने रियासती असेंबली को तहलील करने या उसे मुअत्तल करने की सिफ़ारिश की है या नहीं। मुल्क की 29 वीं रियासत की हैसियत से तेलंगाना के क़ियाम के लिए बिल को हाल ही में मुनाक़िदा पार्लियामेंट सेशन में मंज़ूर किया गया है।