आंध्र प्रदेश में सयासी-ओ‍-इंतेज़ामी बोहरान ,सदर राज के नफ़ाज़ का अंदेशा

अलाहिदा तेलंगाना के क़ियाम के मसले पर आंध्र प्रदेश में पैदा शूदा सयासी-ओ‍-इंतेज़ामी बोहरान इस रियासत को सदर राज के इमकानात पर पहूँचा दिया है।

चीफ़ मिनिस्टर एन किरण कुमार रेड्डी और उनके का बीनी रफ़क़ा इलाक़ाई ख़ुतूत पर बाट गए हैं चीफ़ मिनिस्टर अब कांग्रेस हाईकमान पर तन्क़ीद करने लगे हैं और वुज़रा चीफ़ मिनिस्टर पर खुले आम तन्क़ीद कररहे हैं।

अक्सर वुज़रा अपने सरकारी फ़राइज़ की अंजाम दही से गुरेज़ कररहे हैं ,दिलचस्पी का मुज़ाहरा नहीं कररहे हैं। सीमा आंध्र और तेलंगाना वुज़रा और एक दूसरे को देखना भी गवार नहीं कररहे हैं।

तेलंगाना और सीमा आंध्र के सरकारी मुलाज़मीन , असातिज़ा और वुकला वक़फे वक़फे से हड़ताल कररहे हैं। सीमा आंध्र मुलाज़मीन की हड़ताल ज़ाइद अज़ दो माह से जारी है।

जिस के नतीजे में रियास्ती इंतेज़ामीया के पाएतख़्त सेक्रेटेरिएट की सरगर्मीयां बेकार होगई हैं। अज़ला के दफ़ातिर के काम ठप होचुके हैं। असातिज़ा की हड़तालों और बंद के सबब तालीमीइदाराजात भी तारीकी का शिकार होगए हैं और तलबा का मुस्तक़बिल तारीक नज़र आने लगा है।

सरकारी दवाख़ानों की सूरत-ए-हाल अफ़सोसनाक जहां मरीज़ों की हालत क़ाबिल-ए-रहम है। सयासी-ओ‍-इंतेज़ामी इंतेशार-ओ-अफ़रातफ़री की इंतिहा के पेशे नज़र अब मर्कज़ी हुकूमत के पास आंध्र प्रदेश में सदर राज के नफ़ाज़ के सिवा-ए-कोई दूसरा रास्ता बाक़ी नहीं रहा है।

रियास्ती हुकूमत अमलन दो कैम्पों में तकसीम होचुकी है। चीफ़ मिनिस्टर किरण कुमार रेड्डी और प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सदर बूसता सत्य नाराय‌ना इन दिनों खुले आम सीमा आंध्र के कांग्रेसी अरकान-ए-पार्लीमैंट ,अरकान असेंबली और वुज़रा की क़ियादत कररहे हैं जबकि डिप्टी चीफ़ मिनिस्टर दामोदर राज नरसिम्हा और वज़ीर पंचायत राज के जाना रेड्डी और दूसरे तेलंगाना वुज़रा ,अरकान-ए-पार्लीमैंट और अरकान असेंबली की क़ियादत कररहे हैं जिस के नतीजे में तेलंगाना के तमाम अज़ला में अलाहिदा रियासत के लिए जारी तहरीक की शिद्दत ने सरकारी-ओ-इंतिज़ामी सरगर्मीयों को ठप कर दिया है लेकिन सीमा आंध्र के 13 अज़ला की हालत इस से भी अबतर है जहां मुत्तहदा रियासत की हिमायत में अवाम सड़कों पर निकल आए हैं और सयासी जमातों के अलावा जवाइंट एक्शण कमेटी का एहतेजाज भी जारी रहते हुए मामूल की सरगर्मीयां अमलन मफ़लूज होगई हैं।

इस दौरान गवर्नर ने एक रियास्ती वज़ीर-ओ-शिवा रूप का स्तीफ़ा कुबूल करलिया जबकि कांग्रेस के चार अरकान-ए-पार्लीमैंट लगड़ा पाटी राज गोपाल ,यू अरूण कुमार रेड्डी ,ए वेंकट रामी रेड्डी और साई प्रताप ने पिछ्ले रोज़ लोक सभा के स्पीकर मीरा कुमार को स्तीफ़ा पेश कर दिया।

कांग्रेस के एक रुकन पार्लीमैंट एस पी वाई रेड्डी अपनी वफ़ादारियों को वाई एस आर कांग्रेस पार्टी से वाबस्ता करलिया है। समझा जाता हैके वो बहुत जल्द अपनी पार्टी के एक रुकन पार्लीमैंट हर्षा कुमार के साथ वाई एस आर कांग्रेस में शामिल होजाएंगे।

चीफ़ मिनिस्टर किरण कुमार रेड्डी जो ख़ुद भी रियासत की तक़सीम की सूरत में मुस्ताफ़ी होजाए कि धमकी दी है लेकिन सीमा आंध्र के अरकान मुक़न्निना को उन्होंने फ़िलहाल सब्र-ओ-तहम्मुल से काम लेने की तलक़ीन की है और कहा कि सीमा आंध्र अरकान-ए-पार्लीमैंट और अरकान असेंबली की रुकनीयत से स्तीफ़ा ना दें बल्कि मुताल्लिक़ा एवानों में अलाहिदा तेलंगाना बिल की पेशकशी की सूरत में इस बिल की नाकामी को यक़ीनी बनाईं।