आंध्र में बिगड़ रहे हैं हालात

आंध्र प्रदेश, 20 सितंबर: तेलंगाना में सड़क परिवहन निगम के कर्मचारी भी हड़ताल में शामिल हो गए
आंध्र प्रदेश के तेलंगाना क्षेत्र में पिछले एक सप्ताह से जारी अनिश्चितकालीन हड़ताल की वजह से हालात बिगड़ रहे हैं.

सड़क परिवहन निगम के 50 हज़ार से ज़्यादा कर्मचारियों के हड़ताल में शामिल होने से बस सेवा ठप हो गई और दूसरी ओर तेलंगाना के समर्थकों ने क्षेत्र से होकर गुज़रने वाले राष्ट्रीय राजमार्गों पर अवरोध खड़े करके उन्हें भी बंद कर दिया. इसकी वजह से दक्षिणी और उत्तरी भारत के बीच अहम सड़क संपर्क टूट गया है.

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इसी विषय पर और पढ़ेंभारत राष्ट्रीय राजमार्ग नंबर सात को आदिलाबाद और महबूबनगर ज़िले में और राजमार्ग नंबर नौ को मेंडक और नलगोंडा ज़िले में बंद कर दिया गया. इससे तेलंगाना और आंध्र के बीच सड़क संपर्क भी कट गया.

इस एक दिन की हड़ताल से सड़क परिवहन निगम को आठ करोड़ रुपयों का नुक़सान हुआ है.

पहले से ही तेलंगाना के लाखों सरकारी कर्मचारी और अध्यापक एक सप्ताह से हड़ताल पर हैं. साथ ही वकील भी अदालतों का बहिष्कार कर रहे हैं. सरकारी प्रशासन ठप पड़ा है और स्कूल कॉलेज भी बंद हैं.

सिंगरेनी कोयलरी के 70 हज़ार कर्मचारियों के भी हड़ताल पर रहने से कोयले का खनन बंद है.

छात्रों के साथ संघर्ष

उस्मानिया विश्वविद्यालय में छात्रों का पुलिस के साथ संघर्ष हुआ
राज्य सरकार दूसरे राज्यों से कोयला और बिजली ख़रीदने की कोशिश कर रही है मगर बिजली विभाग के कर्मचारियों ने सरकार के लिए एक नई समस्या खड़ी कर दी है. उन्होंने घोषणा की है कि वह तेलंगाना में उपभोक्ताओं से बिल की वसूली बंद कर देंगे.

इधर मुख्यमंत्री ने यह कहकर तेलंगाना वालों को और भी भड़का दिया कि अगर बिजली का संकट बढ़ता है तो केवल तेलंगाना में ही बिजली की कटौती लागू की जाएगी पूरे आंध्र में नहीं.

इस बीच हैदराबाद में हालात ने उस समय गंभीर मोड़ ले लिया जबकि उस्मानिया विश्वविद्यालय के छात्रों और पुलिस के बीच झड़प हो गई. छात्रों ने तेलंगाना के समर्थन में जुलूस निकालने की कोशिश की और पुलिस ने उन्हें रोक दिया. इस पर छात्रों ने उन पर पत्थर फेंके और पुलिस ने आँसू गैस के गोले छोड़े.

इसके बाद से कैंपस में भी तनाव बढ़ गया दूसरी ओर निज़ाम कॉलेज के छात्रों और पुलिस के बीच भी ऐसी ही झड़प हुई. छात्रों ने कई गाड़ियों को भी ध्वस्त कर दिया.

इसके विरुद्ध अब छात्र पूरे तेलंगाना में जुलूस निकालेंगे और रास्ता रोको आयोजित करेंगे.

कर्मचारियों ने कहा है कि जब तक केंद्र सरकार तेलंगाना राज्य के स्थापना की घोषणा नहीं करती उनकी हड़ताल जारी रहेगी.