आइसीसी महिला विश्व कप : भारत ने वेस्टइंडीज को सात विकेट से हराया

टांटन : सलामी बल्लेबाज स्मृति मंदाना के नाबाद शतक और स्पिनरों की कसी हुई गेंदबाजी से भारत ने आइसीसी महिला विश्व कप के अपने दूसरे मैच में गुरुवार को यहां वेस्टइंडीज को 45 गेंद शेष रहते हुए सात विकेट से हराकर अपना विजय अभियान जारी रखा. 

अपने पहले मैच में मेजबान इंग्लैंड को 35 रन से हरानेवाली भारतीय टीम के सामने 184 रन का लक्ष्य था. चोट से उबरने के बाद वापसी करनेवाली मंदाना ने अपनी शानदार फार्म बरकरार रखते हुए 108 गेंदों पर 13 चौके और दो छक्कों की मदद से नाबाद 106 रन बनाये. उन्होंने कप्तान मिताली राज (46) के साथ तीसरे विकेट के लिए 108 रन जोड़कर टीम को शुरुआती झटकों से उबारने के साथ उसकी बड़ी जीत भी सुनिश्चित की. भारत ने 42.3 ओवर में तीन विकेट पर 186 रन बनाये.

इससे पहले भारतीय स्पिनरों की कसी हुई गेंदबाजी के सामने वेस्टइंडीज की टीम पहले बल्लेबाजी का न्योता मिलने पर निर्धारित 50 ओवरों में आठ विकेट पर 183 रन ही बना पायी. उसका स्कोर एक समय छह विकेट पर 91 रन था, लेकिन नौवें नंबर की बल्लेबाज एफी फ्लेचर (नाबाद 36) और आठवें नंबर की शानेल डेली (33) की पारियों से वह सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचने में सफल रही. इन दोनों के अलावा सलामी बल्लेबाज हेली मैथ्यूज ने 43 रन का योगदान दिया. इस जीत से भारत के दो मैचों में चार अंक हो गये हैं, जबकि वेस्टइंडीज की यह लगातार दूसरी हार है. भारत अब अपना अगला मैच दो जुलाई को डर्बी में चिरप्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान से खेलेगा.  भारत की जीत की नींव स्पिनरों ने रखी. लेग स्पिनर पूनम यादव ने दस ओवर में 19 रन देकर दो विकेट लिये. आॅफ स्पिनर दीप्ति शर्मा ने 27 रन देकर दो, हरमनप्रीत कौर ने 42 रन देकर दो और बायें हाथ की स्पिनर एकता बिष्ट ने 23 रन देकर एक विकेट लिया.

भारत की शुरुआत अच्छी नहीं रही. उसने पहले ओवर में ही पूनम राउत का विकेट गंवा दिया जिन्होंने शाॅर्ट पिच गेंद पर हुक करने के प्रयास में विकेट के पीछे कैच थमाया. उस समय भारत का खाता भी नहीं खुला था. उनका स्थान लेने के लिए उतरी दीप्ति (छह) भी क्रीज पर पर्याप्त समय बिताने के बावजूद स्टेफनी टेलर की ऑफ ब्रेक पर गच्चा खाकर बोल्ड हो गयी. इंग्लैंड के खिलाफ पिछले मैच में 90 रन की जबर्दस्त पारी खेलने वाली मंदाना ने शुरू से ही गेंदबाजों पर हावी होने की रणनीति अपनायी. पारी के पांचवें ओवर में शमिलिया कोनेल पर मिडविकेट पर छक्का और फिर चौका जड़कर उन्होंने इसका सबूत दिया. इस 20 वर्षीय बल्लेबाज ने टेलर पर ही एक रन लेकर 57 गेंदों पर अपना पचासा पूरा किया और फिर चेडीन नेशन की गेंद पुल करके छह रन के लिए भेजी.

मिताली लगातार आठवें मैच में अर्धशतक बनाकर अपने रिकार्ड को आगे बढ़ाने से केवल चार रन से चूक गयीं. जब लग रहा था कि वह आसानी से इस मुकाम पर पहुंच जायेंगी आॅफ स्पिनर मैथ्यूज की गेंद पर उन्होंने मिडआॅफ पर कैच थमा दिया. भारतीय कप्तान ने अपनी पारी के दौरान मंदाना की सहयोगी की ही भूमिका निभायी तथा 88 गेंदों का सामना करके तीन चौके लगाये. मंदाना ने हालांकि एक छोर संभाले रखा. उन्होंने टेलर की गेंद पर खूबसूरत ड्राइव से चौका जड़ कर अपने करियर का दूसरा शतक पूरा किया और फिर मैथ्यूज पर विजयी चौका जड़ कर अपने करियर का सर्वोच्च स्कोर भी बनाया. मोना मेशराम 18 रन बनाकर नाबाद रही.

इससे पहले वेस्टइंडीज का स्कोर छह ओवर के बाद बिना किसी नुकसान के 29 रन था, लेकिन स्पिनरों के गेंद संभालते ही उसकी पारी लड़खड़ा गयी. मिताली ने एकता बिष्ट के रूप में पहली बार स्पिन आक्रमण लगाया और बायें हाथ की इस स्पिनर ने अपनी पहली गेंद ही पर ही सलामी बल्लेबाज फेलिसिया वाल्टर्स (नौ) को विकेटकीपर सुषमा वर्मा के हाथों कैच करा दिया. मैथ्यूज और कप्तान स्टेफनी टेलर (42 गेंदों पर 16 रन) ने इसके बाद लगभग 13 ओवर तक कोई विकेट नहीं गिरने दिया] हालांकि वे स्पिनरों के सामने खुलकर नहीं खेल पायीं. आॅफ स्पिनर दीप्ति शर्मा ने मैथ्यूज को अपनी ही गेंद पर कैच करके यह साझेदारी तोड़ी. मैथ्यूज ने 57 गेंदें खेली और सात चौके लगाये. टेलर भी स्मृति मंदाना के शानदार क्षेत्ररक्षण के कारण रन आउट होकर पवेलियन लौट गयीं. पूनम यादव ने विकेटकीपर बल्लेबाज मेरिसा एगुलियरा को पवेलियन भेजने के बाद शुरू से रन बनाने के लिए जूझ रही डींड्रा डोटिन का विकेट भी हासिल किया. डींड्रा ने 48 गेंदें खेली तथा केवल सात रन बनाये.

हाथ में दर्द के कारण शुरू में मैदान छोड़नेवाली हरमनप्रीत ने वापसी के बाद कीशोना नाइट (पांच) का विकेट लेकर स्कोर छह विकेट पर 91 रन कर दिया. चेडीन नेशन (12) और शानेल डेली ने सातवें विकेट के लिये 30 रन जोडकर स्थिति सुधारी. चेडीन के हरमनप्रीत पर लंबा शाट खेलने के प्रयास में स्टंप आउट हो गयीं, लेकिन उनका स्थान लेने के लिए उतरी फ्लैचर ने कुछअच्छे शाट खेले. उन्होंने अपनी 23 गेंद की पारी में चार चौके लगाये जिनमें हरमनप्रीत की पारी की आखिरी तीन गेंदों पर लगाये गये चौके भी शामिल हैं.