आई ऐस आई सरबराह की मीआद में तौसीअ की इत्तिलाआत मुस्तर्द

ईस्लामाबाद 31 जनवरी ( पी टी आई) वज़ीर-ए-आज़म पाकिस्तान यूसुफ़ रज़ा गिलानी ने इन इत्तिलाआत को मुस्तर्द करदिया कि वो आई ऐस आई के सरबराह लीफ़टननट जनरल अहमद शुजाअ पाशाह की मीआद में मज़ीद एक तौसीअ देने की तजवीज़ पर ग़ौर कररहे हैं। उन्हों ने कहा कि इस मसला पर फ़ैसला मुनासिब-ए-वक़्त पर किया जाएगा। गिलानी नेज़राए इबलाग़ के एक गोशे की इन इत्तिलाआत को मुस्तर्द करदिया जिन में कहा गया था कि शुजाअ पाशाह की मीयाद में एक और तौसीअ हुकूमत के ज़ेर-ए-ग़ौर है।

इन की मीयाद मार्च में ख़तन होजाएगी। हुकूमत की जानिब से तौसीअ का मक़सद सयान्ती इंतिज़ामीया के साथ कशीदगी दूर करना है। सूइटज़ लैंड में आलमी मआशी फ़ोर्म के इजलास में शिरकत के बाद वतन वापसी पर हमराही अख़बारी नुमाइंदों से बातचीत के दौरान उन्हों ने कहा कि डायरैक्टर जनरल आई ऐस आई को तौसीअ का फ़ैसला मुनासिब-ए-वक़्त पर किया जाएगा।ज़राए ने पी टी आई से कहा कि पाकिस्तान पीपल्ज़ पार्टी ज़ेर क़ियादत हुकूमत शुजाअ पाशाह को एक और तौसीअ देने की ताईद में नहीं है।

इन की मीयाद मैं सुबकदोशी की उम्र को मार्च 2010-ए-में पहुंचने के बाद दो मर्तबा तौसीअ दी गई है। वो फ़िलहाल 18 मार्च को सबकदोश होने वाले हैं। समझा जाता है कि हुकूमत के फ़ैसले पर फ़ौज और मुंख़बा हुकूमत के दरमयान सफ़ आराई में शुजाअ पाशाह के किरदार का असर मुरत्तिब हुआ है। वज़ीर-ए-आज़म पाकिस्तान ने ज़राए इबलाग़ से ख़ाहिश की कि फ़ौज और आई ऐस आई के सरबराहों पर उन की तन्क़ीद को फ़रामोश करदिया जाना चाहीए। गिलानी ने कहा कि फ़ौज और आई ऐस आई के सरबराहों से 24 जनवरी की मुलाक़ात में सिर्फ अफ़्ग़ानिस्तान की सूरत-ए-हाल पर तबादला-ए-ख़्याल किया गया था।

फ़ौजी ओहदेदारों से उन की मुलाक़ात की इत्तिलाआत बेबुनियाद हैं और वो अपनी बात का इआदा करना नहीं चाहते ।जारीया माह के अवाइल में गिलानी ने साबिक़ मोतमिद दिफ़ा लफ़टननट जनरल (रिटायर्ड) ख़ालिद नसीम लोधी को जो जनरल क्यानी के क़रीबी साथी हैं, बरतरफ़ करदिया था।