आई पी एल 4 में सिक्योरिटी इंतेज़ामात

इंडियन प्रीमीयर लीग के पांचवें एडीशन की शुरूआत से तीन दिन क़ब्ल मफ़ाद-ए-आम्मा की एक अर्ज़ी बंबई हाइकोर्ट में आर्गेनाईज़र्स बी सी सी आई के ख़िलाफ़ दायर की गई है । कहा गया है कि क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड मुंबई पुलिस को वाजिब अलादा पाँच करोड़ रुपये अदा करने में नाकाम रहा है ।

ये रक़म नवी मुंबई के डी वाई पाटिल स्टेडीयम में साबिक़ा आई पी एल सीज़न में खेले गए मैच्स के दौरान सीक्योरिटी इंतेज़ामात के लिए अदा की जानी है । दरख़ास्त गुज़ार संतोष पचालाग ने इद्दिआ किया है कि क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड नवी मुंबई पुलिस को 5 करोड़ 17 लाख 73 हज़ार 238 रुपय वाजिब अलादा है ।

मफ़ाद-ए-आम्मा की इस दरख़ास्त में कहा गया है कि 2010 के आई पी एल सीज़न मैंडी वाई पाटिल स्टेडीयम में2 मार्च से 25 अप्रैल के माबेन छः मैच्स खेले गए । इस दौरान जुमला 3,345 पुलिस अहलकारों को स्टेडीयम पर मुतय्यन किया गया था । चूँकि नवी मुंबई पुलिस में अमला की कमी है पुने और सितारा अज़ला से पुलिस अमला को तलब करते हुए यहां मुतय्यन किया गया था ।

इम्कान है कि इस दरख़ास्त पर जारीया हफ़्ता ही समाअत हो सकती है । इस में कहा गया है कि 14 जनवरी 2010 को एडीशनल डायरेक्टर जनरल पुलिस ( ऐडमिनिस्ट्रेशन ) की जानिब से जारी कर्दा एक सर्कयूलर में तमाम कमिशनर और ज़िला सुप्रीटेंडेंटस आफ़ पुलिस को हीदायते दी गई थी कि वो मैच्स के दौरान हुए अख़राजात बी सी सी आई से हासिल कर लें।

नवी मुंबई पुलिस ने 8 नवंबर 2010 को पाँच करोड़ 63 लाख 26 हज़ार 238 रुपय का बिल बी सी सी आई को रवाना किया था । ताहम बी सी सी आई ने सिर्फ 47,53,000 रुपय ही अदा किए थे । कहा गया है कि बी सी सी आई ने ये इद्दिआ किया है कि इसने नागपुर पुलिस को उतनी ही रक़म अदा की थी इसलिए नवी मुंबई पुलिस को भी उतनी ही रक़म अदा की जाएगी।

अर्ज़ी में मज़ीद इल्ज़ाम आइद किया गया है कि डी पी सी नवी मुंबई ने मई 2011 तक बी सी सी आई को मकतूब रवाना किए जिन में बकाया जात की अदायगी पर ज़ोर दिया गया ताहम ये कोशिशें कामयाब नहीं हो सकी।

इसके बाद पुलिस भी ख़ामोश हो गई और इसने बकाया जात की वसूली के लिए कुछ नहीं किया । दरख़ास्त में कहा गया है कि आई पी एल मैच्स के बाद आर्गेनाईज़र्स के ख़िलाफ़ कई शिकायात दर्ज होती हैं ताहम इस सिलसिला में भी कोई कार्रवाई नहीं की जाती ।

दरख़ास्त में अदालत से इस्तेदा की गई है कि पुलिस को ये रक़म वसूल करने की हिदायत दी जाये और ये हिदायत दी जाये कि आइन्दा आई पी एल सीज़न के लिए जो 4 अप्रैल से शुरू हो रहा है किसी तरह की सीक्योरिटी बगैर रक़म वसूल किए फ़राहम ना की जाए।