पाकिस्तान की जमीन में पनप रहे आतंकी समूहों के खिलाफ कार्रवाई करने वाले देशों में सिर्फ भारत ही शुमार नहीं है। भारत-पाक के संघर्ष के बीच लगता है पाकिस्तान ने ईरान की चेतावनी को गंभीरता से नहीं लिया। ईरानी सरकार के नेताओं और ईरान की सेना ने पाकिस्तान स्थित आतंकी समूहों के खिलाफ कार्रवाई की चेतावनी दी है क्योंकि पाकिस्तान यह कर पाने में समर्थ नहीं है।
आईआरजीसी कुर्द सेना के प्रमुख जनरल कासिम सोलेमानी ने पाकिस्तानी सरकार और उसके सैन्य प्रतिष्ठान को कड़ी चेतावनी दी है। खबरों के मुताबिक जनरल सोलेमानी ने कहा, “मेरा पाकिस्तान की सरकार से यह सवाल है: आप किस ओर जा रहे हैं? आपने अपनी सभी पड़ोसी देशों की सीमा पर अशांति फैला रखी है। क्या आपका कोई ऐसा पड़ोसी बचा है जहां आप असुरक्षा फैलाना चाहते हैं।”
जनरल सोलेमानी ने कहा, “आपके पास तो परमाणु बम हैं, लेकिन आप इस क्षेत्र में एक आतंकी समूह को खत्म नहीं कर पा रहे जिसके सदस्यों की संख्या सैकड़ों में है। ” इसके साथ यह ही उन्होंने कहा कि पाकिस्तान को ईरान के संकल्प की परीक्षा नहीं लेनी चाहिए।
बीते कुछ सालों में भारत और ईरान ने आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में सहयोग बढ़ाया है। विदेश मंत्रालय के बीच आपसी बाचतीत में यह मुद्दा सबसे ऊपर होगा। पाकिस्तान और भारत के बीच टकराव की वजह से विदेश सचिव विजय गोखले की बीते हफ्ते होने वाली ईरान यात्रा टाल दी गई थी।
बता दें कि 13 फरवारी को पाकिस्तान से सटी ईरान के सिस्तान बलूचिस्तान सीमा में एक आत्मघाती हमले में ईरानी रिवोल्यूशनरी गार्ड के 27 जवान शहीद हो गए थे।
अमर उजाला पर छपी खबर के अनुसार, ईरान का कहना है कि उनके खिलाफ लड़ाई लड़ने के लिए पाकिस्तान अपने देश में आतंकवाद को पनाह दे रहा है। कुर्द सेना के कमांडर जनरल कासिम सोलेमानी ने कहा है कि अगर पाकिस्तान ने अपनी जमीन पर पनप रहे आतंकवाद को खत्म नहीं किया तो उन्हें गंभीर परिणाम भुगतने पड़ सकते हैं।