आतंक का रास्‍ता छोड़ पुलिस में बना था अधिकारी, अब आतंकवादियों ने मार डाला

जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद का रास्ता छोड़कर पुलिस के विशेष अधिकारी बने मोहम्मद अशरफ की आतंकियों के द्वारा हमला किए जाने से मौत हो गई। समाचार एजेंसी एएनआई की खबर के मुताबिक (31 मार्च) को आतंकवादी हमले में घायल अशरफ की पुलवामा के अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हुई। अशरफ जम्मू-कश्मीर पुलिस में विशेष पुलिस अधिकारी के तौर पर नियुक्त थे। आतंकवादियों ने उन पर शनिवार को हमला किया था। इससे पहले अशरफ के घायल होने का खबर आई थी। उन्हें पुलवामा की मुरान चौक के पास आतंकवादियों ने निशाना बनाया। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक आतंकवादियों ने कुछ ही घंटों में दक्षिण कश्मीर में दो आंतकी वारदातों का अंजाम दिया। आतंकी वारदातों के बाद भारतीय सेना, सीआरपीएफ और पुलिस का विशेष दल इलाके की घेराबंदी कर सर्च अभियान चला रहा है। स्थानीय मीडिया राइजिंग कश्मीर की खबर के मुताबिक विशेष पुलिस अधिकारी (एसपीओ) पर दक्षिण कश्मीर के पुलावामा जिले की मुरान चौक के पास संदिग्ध आतंकियों ने हमला कर दिया, जिसमें उनकी जान चली गई।

रिपोर्ट में सरकारी सूत्रों के हवाले से आगे लिखा गया है कि असलहाधारियों ने मोहम्मद अशरफ पर मुरान चौक के पास करीब 4.25 बजे हमला किया। माउचपोना गांव के रहने वाले अशरफ गोली लगने के कारण गंभीर रूप से जख्मी हो गए थे, जिन्हें पास के अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। सूत्रों के मुताबिक पूर्व में आतंकवादी रहे अशरफ श्रीनगर के कारगो में विशेष पुलिस अधिकारी के तौर पर काम कर रहे थे और वर्तमान में वह श्रीनगर के चनापोरा में रह रहे थे।

पुलवामा के एसएसपी मोहम्मद असलम ने घटना की पुष्टि की है। बता दें कि जम्मू-कश्मीर में ऐसे युवकों की खासी तादात बताई जाती है जो गुमराह किए जाने पर आतंक का रास्ता अख्तियार कर लेते हैं। कई बार ऐसे युवकों के माता-पिता को सोशल मीडिया आदि माध्यमों से उनसे वापस लौटने की गुहार लगाते हुए देखा गया है।