नई दिल्ली: महाराष्ट्र में कर्ज और गरीबी की की जीवन से तंग आकर एक किसान ने आत्म हत्या कर लिया है। किसान ने आत्महत्या करने से पहले एक सुसाइड नोट लिखा, जिसमे किसान ने उसके इस कदम के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत कई लोगों को आत्महत्या का ज़िम्मेदार ठहराया है।
खबर के मुताबिक, यवतमाल जिले के राजुरवाड़ी गांव के 50 वर्षीय किसान की पहचान शंकर भाऊराव चायरे के रूप में हुई है। यह जिला कृषि संकट से सबसे ज्यादा प्रभावित जिलो में से एक है। किसान के परिवार ने मृतक का शव लेने से इंकार कर दिया है। मृतक किसान के परिजनों की मांग है कि प्रधानमंत्री मोदी उनसे मिलने आएं और उनकी समस्याओं को समझें या फिर शव सौंपने से पहले राज्य सरकार उन्हें पूरा मुआवजा सौंपे।
मृतक के परिजन द्वारा की गई मांग के बाद वसंतराव नाईक शेति स्वावलंबन मिशन (एसएनएसएसएम) के अध्यक्ष किशोर तिवारी ने कहा कि वह बुधवार सुबह पीड़ित परिवार से मिलेंगे। तिवारी ने कहा कि हम परिवार को एक लाख रुपये की तुरंत राहत देंगे। उनहोंने कहा हम उनके परिवार जिम्मेदारी लेंगे और उन्हें शिक्षा दिलाएंगे और अगर वे पहले से शिक्षित हैं तो रोजगार मुहैया कराएंगे।
किशोर तिवारी ने आगे यह भी कहा कि सरकार और सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के घोर लापरवाह रुख के कारण जून 2017 में घोषित की गई कर्ज माफी योजना का लाभ आज तक कई पात्र लोगों को नहीं मिल सका है।