आम आदमी पार्टी और बी जे पी का एक दूसरे के ख़िलाफ़ एहतेजाजी मुज़ाहरा

नई दिल्ली: क़ौमी दार-उल-हकूमत में आम आदमी पार्टी और बी जे पी ने मुतफ़र्रिक़ मसाइल पर एक दूसरे के ख़िलाफ़ एहतेजाजी मुज़ाहरा किया जिस के बाइस पुलिस को मुदाख़िलत करना पड़ा। बी जे पी ने चीफ़ मिनिस्टर अरविंद केजरीवाल की क़ियामगाह के बाहर एहतेजाजी मुज़ाहरा किया और ये इल्ज़ाम आइद किया कि ऐन्टी करप्शन ब्यूरो के लिए एक जासूसी आला ख़रीदा गया है जिस के ज़रिए शहरीयों के टेलीफ़ोन की खु़फ़ीया समाअत की जा सकती है।

दिल्ली हुकूमत ने इन इल्ज़ामात की तरदीद की है। बी जे पी दिल्ली के सदर सतीश उपाध्याय ने बताया कि आम आदमी पार्टी हुकूमत अवाम की ज़ाती ज़िंदगी में मुदाख़िलत कररही है। उन्होंने सवाल किया कि आम शहरीयों के फ़ोन कोल्स की खु़फ़ीया समाअत (टैपिंग) का किस ने इख़तियार दिया है और चीफ़ मिनिस्टर अरविंद केजरीवाल को जासूसी के आलात ख़रीदने की इजाज़त किस ने दी है जबकि बी जे पी इज़हार-ए-ख़्याल की आज़ादी पर यक़ीन रखती है।

पुलिस ने आबी तोप का इस्तेमाल करके एहतेजाजियों को मनशतरद कर दिया है जोकि बीराकीडस पर चढ़ने की कोशिश में थे। पुलिस के साथ धींगा मुश्ती में साबिक़ मियर नारायण दूबे शदीद ज़ख़मी होगए। आम आदमी पार्टी तलबा-ए-तंज़ीम के कारकुनों ने इंडियन इंस्टीटियूट आफ़ टैक्नोलोजी मद्रास के तलबा-ए-ग्रुप की मुस्लिमा हैसियत ख़त्म करदेने के ख़िलाफ़ जंतर मंतर पर एहतेजाजी मुज़ाहरा किया और इस कार्रवाई के लिए वज़ीरे फ़रोग़ इंसानी वसाइल स्मृति ईरानी को मौरिद इल्ज़ाम ठहराया। आप लीडर अशोतोश ने हैरत का इज़हार किया कि आया तलबा-ए-बिरादरी को वज़ीर-ए-आज़म नरेंद्र मोदी के ख़िलाफ़ अपना नुक़्ता-ए-नज़र पेश करने का हक़ हासिल है या नहीं?