राय बरेली यूपी: कांग्रेस के नायब सदर राहुल गांधी ने आज कहा कि उन्हें आरएसएस और बीजेपी से हुब्ब-उल-व्तनी पर सबक़ लेने की ज़रूरत नहीं है। आरएसएस-बीजेपी ने उन पर जेएनयू तनाज़े में क़ौम मुख़ालिफ़ अनासिर की मदद का इल्ज़ाम आइद किया है । राहुल ने किसानों के साथ तबादला-ए-ख़्याल करते हुए कहा कि उन्हें बीजेपी और आरएसएस से सबक़ लेने की ज़रूरत नहीं है।
क़ौम परस्ती उनके ख़ून में है । उन्होंने कहा कि मुल्क में ऐसी सूरत-ए-हाल पैदा हो गई है जहां इख़तेलाफ़ में उठने वाली तमाम आवाज़ों को कुचला जा रहा है । राहुल उस वक़्त अपने हलक़े अमेठी के दौरा पर हैं। उन्होंने कहा कि दालों की क़ीमतें पहली मर्तबा बढ़ी हैं। बीजेपी हुकूमत अपने वादे पूरे करने में नाकाम हो गई है।
वज़ीर-ए-आज़म को चाहिए कि वो हर किसान को 15 लाख रुपये दें या अलाहदा होजाएं। उन्होंने कहा कि वो किसानों के मसाइल को पार्लियामेंट में उठाएँगे। उन्होंने मोदी हुकूमत पर वादा-फ़रामोशी का इल्ज़ाम आइद किया। राहुल ने कल ही जेएनयू तनाज़ा और पटियाला हाउज़ अदालत में हुए तशद्दुद के वाक़ियात को हिन्दुस्तान के इमेज पर एक धब्बा क़रार दिया था और सदर जम्हुरिया से मुदाख़िलत की अपील की थी|