आरबीआई की रिपोर्ट से देश में हंगामा, बाजार में अब नोटबंदी के पहले से भी ज्यादा करंसी!

नोटबंदी की घोषणा करते समय सरकार ने इसे नकली नोटों पर लगाम लगाने का प्रयास बताया था। लेकिन भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) की तरफ से बुधवार को जारी रिपोर्ट में बताया गया है कि 500 व 1000 रुपये के नोट बंद होने से अन्य मूल्य वर्ग के नोटों में नकली करेंसी का आवागमन बड़े पैमाने पर बढ़ गया है।

खासतौर पर नोटबंदी के बाद आए 500 रुपये के नए नोट और 2000 रुपये के नोट की नकल तैयार नहीं हो पाने का सरकार का दावा फ्लॉप साबित होता दिखाई दे रहा है। रिपोर्ट के अनुसार, वित्त वर्ष 2016-17 के मुकाबले 2017-18 में 500 और 2000 के नकली नोट की संख्या में जबरदस्त इजाफा हुआ है।

2016-17 में 500 रुपये के 199, 2000 रुपये के महज 638 नकली नोट (पुराने) देश में मिले थे, लेकिन 2017-18 में 500 रुपये के 9892 और 2000 रुपये के 17929 नकली नोट बाजार में चलन पाए गए।

154 फीसदी बढ़ गए 50 रुपये के नकली नोट
वित्त वर्ष 2016-17 के मुकाबले 2017-18 में 100 रुपये की नकली करेंसी में 35 फीसदी और 50 रुपये की नकली करेंसी में 154.3 फीसदी का जबरदस्त इजाफा हुआ है। बता दें कि 50 रुपये का भी नया नोट जारी किया गया है, लेकिन पुराने नोट को बंद नहीं किया गया था।