आर बी आई की शरह सूद में पोलिसी पर नज़र-ए-सानी

नई दिल्ली: मर्कज़ी वज़ीरे फाइनेंस‌ अरूण जेटली ने आज कलीदी शरह सूद में 0.5 फ़ीसद कटोबी के लिए आर बी आई की पोलिसी का ख़ैरमक़दम किया है और बैंकों से ख़ाहिश की है कि इस के फ़वाइद क़र्ज़दारों तक पहुंचाएं ताकि सरमायाकारी और मईशत को फ़रोग़ हासिल हो सके।

उन्होंने कहा कि आर बी आई का ये इक़दाम , मसारिफ़ फ़ंड में कमी और मआशी बाज़याबी में कारा॓मद साबित होगा जबकि सरमाया कारों में एतिमाद पैदा करने में मुआविन होगा। वाज़िह रहे कि रिज़र्व बैंक आफ़ इंडिया दो माह में एक मर्तबा मालियाती पोलिसी पर नज़र-ए-सानी करता है और मआशी तरक़्क़ी और शरह निम्मो में इज़ाफ़ा के लिए शरह सूद में 0.5फ़ीसद की कटौती कर रहा है।

जबकि ये कटौती माह जनवरी से अब तक 1.25 फ़ीसद कर दी गई है। क़ीमतों की सूरत-ए-हाल पर वज़ीरे फाईनेंस ने बताया कि इफ़रात-ए-ज़र के महाज़ पर सख़्त निगरानी रखने की ज़रूरत है।