आलमी हिद्दत से निमटने तरक़्क़ी याफ़ता ममालिक की कोशिशें नाकाफ़ी

डरबन 11 दिसमबर (पी टी आई) मौसमी तग़य्युर पर नतीजाख़ेज़ बातचीत केलिए यकसानियत को मर्कज़ीयत हासिल होनी चाहीए ये कहते हुए हिंदूस्तान ने तरक़्क़ी याफ़ताममालिक को तन्क़ीद का निशाना बनाते हुए कहा कि आलमी हिद्दत से निमटने ख़ातिरख़वाह इक़दामात नहीं किए जा रहे यं इलावा अज़ीं हिंदूस्तान के 1.2 बिलीयन ग़रीबों केलिए जो ग़ुर्बत की वजह से मामूल की ज़िंदगी गुज़ारने के काबिल नहीं हैं इन केलिए भी गुंजाइश पैदा की जाय ताकि वो भी एक सेहत मंद और बेफ़िकर माहौल में सांस ले सकें शदीद तन्क़ीदों के दौरान वज़ीर माहौलियात

जयंती नटराजन ने 194 ममालिक से आए मंदूबीन सेख़िताब करते हुए कहा कि हिंदूस्तान जिसे मुआहिदा तोड़ने वाली मुल्क से ताबीर किया जा रहा है क्योंकि इस ने अब तक किसी भी मुआहिदा केलिए क़ानूनी तौर पर रजामंदी काइज़हार नहीं किया है, मौसमी तग़य्युर पर कोई बात नहीं करेगा।

यहां ये बात काबिल-ए-ज़िकर है कि अमरीका और चीन के साथ साथ हिंदूस्तान पर भी योरोपी यूनीयन की जानिबसे तजवीज़ किए गए मुआहिदा को क़बूल करने दबाव डाला जा रहा है जिस पर 2015 तक दस्तख़त होंगे और उन पर 2020 -तक अमल आवरी होगी।