इंगलैंड का दौरा-ए-हिंद , पीटरसन इंग्लिश टीम के कुलीदी खिलाड़ी

लंदन 28 सितंबर (ए एफ़ पी) इतवार को वैस्ट इंडीज़ के ख़िलाफ़ खेले गए दूसरे टवन्टी 20 मुक़ाबले में इंगलैंड की टीम 114 रंज़ का तआक़ुब करने में नाकाम रही और उसे 25 रंज़ की शिकस्त बर्दाश्त करनी पड़ी ताहम इस का असर अनगश टीम पर कितना पड़ेगा ये तो इंतिज़ामीया ही बता सकेगा क्योंकि आइन्दा माह इंग्लिश टीम को दौरा-ए-हिंद पर 5 वनडे और एक टवन्टी 20 मुक़ाबला खेलना है और अगर हिंदूस्तानी टीम के ज़हन में हिसाब बराबर करने का मंसूबा रहा तो फिर इंग्लिश टीम के लिए सुस्त विकटों पर फ़ुतूहात के सिलसिला को जारी रखना मुश्किल हो जाएगा। एंडी फ्लावर की जानिब से ओवल में अपनी नौजवान इंग्लिश टीम के लिए साज़गार विकेट के बजाय सुस्त विकेट की तैय्यारी शायद दौरा-ए-हिंद के पेशे नज़र एक इक़दाम था। दौरा-ए-हिंद पर इंग्लिश टीम के लिए कियून पीटरसन कलीदी खिलाड़ी साबित होसकते हैं क्योंकि पहले ही इंग्लिश टीम को ज़ख़मी खिलाड़ियों की वजह से मिडल आर्डर में मसाइल का सामना ही। कप्तान एलेस्टर किक और जोनाथन टरोट के हमराह कियून पीटरसन बैटिंग शोबा के इंतिहाई अहम सतून होंगे जिन्हें हिंदूस्तानी विकटों पर खेलने का तजुर्बा हासिल होने के इलावा वो इन सुस्त विकटों पर कामयाब भी रह चुके हैं। नीज़ टीम के काबिल-ए-एतिमाद मिडल आर्डर बैटस्मैन अयान मोरगन की जनवरी तक क्रिकेट से दूरी के बाद पीटरसन के अहम खिलाड़ी होने के इमकानात और भी बढ़ चुके हैं हालाँकि नंबर 4 और 6 पर रवी बोपरा और जानी बीरसटो मौजूद हैं ताहम सुस्त विकटों पर उन के मुज़ाहिरे इंतिहाई अहम होंगी। पीटरसन पर भी गुज़श्ता दो बरसों से वनडे में 23.30 की औसत से रंज़ बनाने की वजह से दबाॶ मौजूद है क्योंकि आख़िरी मर्तबा उन्हों ने हिंदूस्तान के ख़िलाफ़ कटक में ही सैंचरी बनाई थी। टवन्टी 20 और टसट में पीटरसन का फ़ाम शानदार है लेकिन वो इस फ़ाम को 50 ओवर की क्रिकेट में मुंतक़िल नहीं कृपा रहे हैं। लिहाज़ा हिंदूस्तान के ख़िलाफ़ सीरीज़ पीटरसन के लिए ख़ुद साबित करने का एक आख़िरी मौक़ा होगा।