इंजीनियरिंग के लिए हर छात्र को दिखाना होगा आधार कार्ड, JEE-2017 में होने वाले एग्ज़ाम में लागू

दिल्ली : सीबीएसई द्वारा इंजीनियरिंग के लिए हर साल कराए जाने वाले जॉइंट एंट्रेंस एग्ज़ाम के लिए पहचान पत्र के तौर पर हर भारतीय परीक्षार्थी को ‘आधार कार्ड’ पेश करना अनिवार्य होगा. 2017 में होने वाले जॉइंट एंट्रेंस एग्ज़ाम (मेन) से यह शर्त लागू की जाएगी. इसे लेकर सीबीएसई ने अपनी आधिकारिक वेबसाइट पर एक स्पष्टीकरण भी जारी किया है, जिसमें कहा गया है कि 2017 में होने वाले मेन एग्ज़ाम में सभी भारतीय परीक्षार्थियों को भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण द्वारा जारी किया गया आधार कार्ड दिखाना अनिवार्य होगा.

फॉर्म भरते वक्त भी छात्रों को आधार नंबर भरना होगा. जिन छात्रों के पास आधार कार्ड नहीं हैं, उनके लिए सीबीएसई ने कई शहरों में ‘अस्थायी आधार कार्ड सेंटर’ बनाए हैं.
इनकी लिस्ट भी सीबीएसई की साइट पर जारी की गई है. आधार कार्ड पेश करने की अनिवार्य शर्त असम, मेघालय व जम्मू और कश्मीर के छात्रों पर लागू नहीं होगी.

1 दिसंबर से शुरू हो चुके जॉइंट एंट्रेंसएग्ज़ाम के ऑनलाइन प्रोसेस को लेकर सीबीएसई ने एक सुझाव भी दिया है कि सभी छात्र स्कूल के रेकॉर्ड में और आधिकारिक कागज़ों में जन्मतिथि और नाम को बिल्कुल एक जैसा रखें. दोनों के बीच मामूली अंतर होने पर भी कंप्यूटर द्वारा फॉर्म रिजेक्ट कर दिया जाएगा. 2017 के जॉइंट एंट्रेंस एग्ज़ाम के लिए आवेदन करने की आख़िरी तारीख़ 2 जनवरी, 2017 है.