इंजीनीयरिंग की देढ़ लाख नशिस्तें (सीट्स) ख़ाली रह जाएंगी

एमसेट नताइज से ज़ाहिर होता है के इस साल 667 इंजीनीयरिंग कॉलिजों में इंजीनीयरिंग की ज़ाइद अज़ एक लाख 50 हज़ार नशिस्तें (सीट्स) ख़ाली रह जाएंगी क्योंकि सिर्फ 2 लाख सात हज़ार उम्मीदवार ही क्वालीफ़ाई हुए हैं जबकि जुमला नशिस्तें (सीट्स) 3 लाख 21 हज़ार हैं।

क्वालीफ़ाई क़रार दिए गए उम्मीदवारों में 13 हज़ार 8 सो एसे उम्मीदवार हैं जो इंटरमीडीयट फ़ेल हैं और 25 हज़ार एसे उम्मीदवार हैं जो दूसरी रियास्तों को मुंतक़िल होगए। जुलाई के तीसरे हफ़्ता मैं कौंसलिंग शुरू होने से पहले इमकान है के मज़ीद 15 हज़ार नशिस्तों का इज़ाफ़ा होगा।

इस का मतलब ये होगा कि अगर तमाम क्वालीफ़ाई तलबा दाख़िले हासिल करलें तब भी इमकान है के ख़ाली रह जाने वाली नशिस्तों की तादाद एक लाख 50 हज़ार से ज़्यादा होगी।