इंजीनीयरिंग के तलबा के लिए डिग्री के साथ शख़्सी वतख़लीक़ी सलाहीयत नागुज़ीर

हैदराबाद ।(प्रैस नोट) शादां कॉलिज आफ़ इंजीनीयरिंग ऐंड टैक्नालोजी पीरान चीरोव शादां वीमनस कॉलिज आफ़ इंजीनीयरिंग ऐंड टैक्नालोजी ख़ैरीयत आबाद के पी सी एमबी मीटिंग में दोनों कॉलिजस के तालीमी मयार और नताइज का तक़ाबुली जायज़ा लिया गया। ये मीटिंग शादां कॉलिज आफ़ इंजीनीयरिंग ऐंड टैक्नालोजी पीरान चीरो में डाक्टर मुहम्मद वज़ारत रसूल ख़ान चेयरमैन शादां ग्रुप आफ़ तालीमी इदारे जात , पी सी एमबी ग्रुप आफ़ तालीमी इदारे जात की सदारत में मुनाक़िद हुई।

डाक्टर मुहम्मद वज़ारत रसूल ख़ान ने असातिज़ा और प्रोफेसर्स की तालीमी क़ाबिलीयत और उनके पढ़ाने के मयार पर ख़ुसूसी तोजहा देते हुए तफ़सीलात हासिल कई। उन्हों ने कहा कि वो अपनी गिरांक़द्र ख़िदमात को मद्द-ए-नज़र रखते हुए पूरी दियानतदारी और ज़िम्मेदारी के साथ तलबा-ओ-तालिबात में तालीमी सलाहीयतों को प्रवान चढ़ाने में हत्तलमक़दूर कोशिश करें। उन्हों ने असातिज़ा-ओ-प्रोफेसर्स पर ज़ोर दिया कि वो तलबा में शऊर बेदार करने के लिए रोज़मर्रा ज़िंदगी में वक़ूअ पज़ीर होने वाले हालात से बाख़बर रखें और उन्हें नई नई ईजादात के बारे में रोशनास करवाईं। पी सी एमबी के इस जायज़ा इजलास में जनाब सय्यद एज़ाज़ अलरहमन वाइस चेयरमैन शादां एजूकेशनल सोसाइटी, प्रोफ़ैसर अहमद उल्लाह ख़ान , जनाब मुहम्मद ग़ौस उद्दीन , जनाब मुहम्मद मुही उद्दीन घटाला , प्रोफ़ैसर पी जी रेड्डी , जनाब सय्यद इक़बाल अहमद , जनाब ख़्वाजा नासिर उद्दीन ,जनाब अबदुल्लाह अंसारी , डाक्टर मुहाजिर , डाक्टर भास्कर राओ , जनाब मुहम्मद आ अज़म पी आर ओ शादां ग्रुप आफ़ तालीमी इदारे जात , जनाब रहमान शरीफ़ ओ एसडी , जनाब के ऐच अंसारी , जनाब के सरीनवास राओ ,जनाब एसए मुनीम , मुहतरमा मज़हर सलीम दोनों कालजसस के तदरीसी और ग़ैर तदरीसी अमला मौजूद था।

डाक्टर वज़ारत रसूल ख़ान ने वालदैन से भी ख़ाहिश की कि वो अपनी लड़कीयों को सील फ़ोन के ग़लत इस्तिमाल पर मुतनब्बी करते हुए ख़ुसूसन घर से कॉलिज और कॉलिज से से घर आने के दरमयान बातचीत से गुरेज़ करने की ताकीद करें।जनाब सय्यद एज़ाज़ अलरहमन ने दोनों कॉलिजस के तदरीसी अमले की कारकर्दगी में मज़ीद बेहतरी पैदा करने की उम्मीद का इज़हार करते हुए कहा कि शादां ग्रुप आफ़ तालीमी इदारे जात जे एन टी यू में बेहतर तालीम और तलबा-ओ-तालिबात के डिसिप्लिन के लिए मुनफ़रद हैसियत रखते हैं। उन्होंने असातिज़ा-ओ-से ख़ाहिश की कि वो पूरी मुस्तइद्दी और दियानतदारी के साथ तलबा की तालीम पर तवज्जा दें ।

शादां कॉलिज आफ़ इंजीनीयरिंग ऐंड टैक्नालोजी का क़ियाम 1995-ए-में अमल में लाया गया था इबतदा-ए-में तीन ब्रांचस का आग़ाज़ 140तलबा से हुआ। इस कॉलिज के तलबा ने गोल्ड मैडलस भी हासिल किया और जय एन टी यू में अपने बेहतरीन तालीमी मुज़ाहरा के ज़रीया मुनफ़रद शनाख़्त बनाए हुए है।

कॉलिज में फ़िलहाल बीटेक और एमटेक के 6 ब्रांचस के इलावा एमबी ए कोर्सस में तालीमी माहौल फ़राहम ही। 2,40,000 मुरब्बा फ़ीट अराज़ी पर तामीर ये कॉलिज बेहतरीन इनफ्रास्टक्चर, लीबारटरीज़, कुशादा-ओ-वसीअ लाइब्रेरी जिस में 25हज़ार से ज़ाइद किताबों पर मुश्तमिल है इस के इलावा तलबा की बेहतर तालीम-ओ-तर्बीयत के लिए काबिल-ओ-तजरबाकार असातिज़ा-ओ-प्रोफ़ैसर की ख़िदमात से इस्तिफ़ादा किया जा रहा है।

कॉलिज के नताइज 2011 में 90फ़ीसद से ज़ाइद रही। लड़कीयों की आला तालीम के लिए क़लब शहर ख़ैरीयत आबाद में शादां वीमनस कॉलिज आफ़ इंजीनीयरिंग ऐंड टैक्नालोजी का क़ियाम002में अमल में लाया गया । इबतदा-ए-ही से कॉलिज के नताइज शानदार रहे हैं। तालिबात को अमली ज़िंदगी में बेहतर माहौल और ख़ुशहाल ज़िंदगी गुज़ारने के लिए मुख़्तलिफ़ ज़ावियों से रहनुमाई की जाती है।