इजरायल हैरान: फलस्तीनी संघर्षकरताओं के पास ताक़तवर मिसाइल कहां से आये?

इस्राईली अधिकारियों का मानना है कि ग़ज्ज़ा पट्टी में सक्रिय फ़िलिस्तीनी प्रतिरोधी गुटों ने अब हिज़्बुल्लाह वाली मिसाइल क्षमता हासिल कर ली है।

इस्राईली वेबसाइट वल्ला की रिपोर्ट के मुताबिक़, इस्राईली अधिकारियों ने अध्ययन करके यह पता लगाया है कि युद्ध की स्थिति में हमास और इस्लामी जिहाद एक दिन में 1000 मिसाइल फ़ायर कर सकते हैं।

ग़ौरतलब है कि इस महीने की शुरूआत में इस्राईल और फ़िलिस्तीनी प्रतिरोधी गुटों के बीच दो दिन की लड़ाई में फ़िलिस्तीनी गुटों ने क़रीब 700 मिसाइल फ़ायर करके ज़ायोनी शासन को चौंका दिया था।

इतनी बड़ी संख्या में फ़ायर किए गए मिसाइलों ने इस्राईली मिसाइल रक्षा प्रणाली को भी चकमा दिया, जिसके बाद प्रधान मंत्री बिनयामिन नेतनयाहू ने मजबूर होकर युद्ध विराम को स्वीकार किया।

इस्राईली सेना की दक्षिणी कमान के प्रमुख मेजर जनरल हेरज़ी हलेवि का कहना है कि ग़ज्ज़ा की ओर से जो ख़तरा है वह केवल मिसाइलों और रॉकेटों तक ही सीमित नहीं है, बल्कि हमें कोरनेट टाइप गाइडेड एंटी टैंक मिसाइलों, ड्रोन्स और बैलून बमों का भी ख़तरा था।

हमास ने इस्राईल के साथ हालिया झड़पों के दौरान ड्रोन हमलों का पहली बार इस्तेमाल किया था। इस्राईली मीडिया ने रिपोर्ट दी थी कि हमास के ड्रोन ने इस्राईली सैनिकों के एक क़ाफ़िले पर ड्रोन फ़ायर किया था।

पिछले शुक्रवार को इस्राईल ने ग़ज्ज़ा में लगभग 350 ठिकानों पर हवाई हमले किए थे, जिसमें क़रीब 27 फ़िलिस्तीनी शहीद हो गए थे। इसके जवाब में फ़िलिस्तीनियों ने क़रीब 700 रॉकेट फ़ायर किए थे, जिसमें 4 इस्राईली हताहत और क़रीब 200 घायल हो गए थे।