इन्सिदाद-ए-दहशत गर्दी, दहश्तगर्दी से ज़्यादा ख़तरनाक: जमाईमा ख़ान

लंदन 11 अक्टूबर (एजैंसीज़) विक्की लिक्स के बानी जो लियान असानज और बर्तानिया में समाजी सरगर्मीयों की रूह रवां जमाइमा ख़ान ने अफ़्ग़ानिस्तान में तालिबान के ख़िलाफ़ अमरीका-ओ-बर्तानिया की जंग के 10 साल की तकमील के मौक़ा पर लंदन में एक बड़े एहितजाजी मुज़ाहिरे की क़ियादत की। जंग बंद करो इत्तिहाद के मुंतज़मीन ने दावा किया कि वसत लंदन के तारीख़ी टराफ़ालगर एसको वाइर पर अमरीका-ओ-बर्तानिया के ख़िलाफ़ मुनाक़िदा इस एहितजाजी मुज़ाहरा में पाँच हज़ार अफ़राद ने हिस्सा लिया। पाकिस्तान क्रिकेटर से सियासतदां बनने वाले इमरान ख़ान की साबिक़ शरीक-ए-हयात जमाइमा हाँ ने एहितजाजियों से ख़िताब करते हुए कहा कि अब एक उम्र ऐसा भी आएगा जब आप पूछेंगे। सब से ज़्यादा ख़तरनाक किया है दहश्तगर्दी या फिर इन्सिदाद-ए-दहशत गर्दी । क्योंकि इन्सिदाद-ए-दहशत गर्दी के नाम पर जो तबाही हुई है वो दहश्तगर्द वाक़ियात से ज़्यादा संगीन हैं। जमाइमा ने कहा कि अफ़्ग़ानिस्तान, ख़वातीन के लिए आज भी इंतिहाई बदतरीन मुक़ाम है चुनांचे हम वहां 10 साल जनगकरने के बावजूद मक़सद हासिल करने में बुरी तरह नाकाम होचुके हैं। जो लियान असानज ने जो फ़िलहाल सख़्त तरीन शराइत पर जेल से रहा हुए हैं और इस्मत रेज़ि के मुक़द्दमा मैं माख़ूज़ होने के सबब बर्तानिया से स्वीडन को हवालगी से बचने के लिए अनथक क़ानूनी जंग में मसरूफ़ हैं इस मौक़ा पर ख़िताब करते हुए सिपाहीयों, सहीफ़ा निगारों को जंगी मुजरिमीन क़रार दिया। असानज ने कहा कि जब उम्र समझते हैं कि ये जंग बर्तानवी अवाम, अमरीकी अवाम, सारे यूरोप के अवाम और दुनिया भर के अवाम को झूट बावर कराते हुए शुरू की गई थी। ये जंग बिलाशुबा झूटे प्रोपगंडा का नतीजा है। जिस के ज़िम्मेदार सिर्फ़ सयासी क़ाइदीन ही नहीं हैं, सिर्फ फ़ौजी ही नहीं हैं बल्कि सहीफ़ा निगार भी हैं। बिलाशुबा ऐसे तमाम सहीफ़ा निगार जंगी मुजरिमीन हैं।