इबोला वैक्सीन इंतिहाई मोअस्सर साबित हुई – WHO

तहक़ीक़ दानों का कहना है कि इबोला की तजुर्बाती वैक्सीन इस मोहलिक बीमारी से बचाव में इंतिहाई मोअस्सर साबित हुई है। आलमी इदारे सेहत ने जुमे के रोज़ बताया कि ग़नी में वैक्सीन पर होने वाले तजुर्बात 100 फ़ीसद मोअस्सर साबित हुए हैं।

बर्तानवी तिब्बी रिसाले, लानसीत ने इन तजुर्बात के इबतिदाई नताइज और तजज़ियात शाय किए हैं। नार्वे की वज़ीरे ख़ारजा के मुताबिक़, ऐन मुम्किन है कि नई वैक्सीन इबोला के ईलाज के हवाले से एक मुजर्रिब दवा साबित हो। नार्वे उन मुतअद्दिद मुल्कों में शामिल है जहां इस वैक्सीन पर तजुर्बात जारी थे।

गुज़िश्ता बरस इबोला की बीमारी ने मग़रिबी अफ़्रीक़ा को अपनी लपेट में ले लिया था, जिस दौरान 11000 से ज़ाइद अफ़राद हलाक हुए थे, जिन में ज़्यादा अम्वात लाइबेरिया, ग़नी और सेवरा लीवन में वाक़े हुईं।