इरान के साथ डिप्लोमेसी के लिए वक़्त गुज़रता जा रहा है : हिलारी

अमेरीकी सेक्रेटरी आफ़ स्टेट हिलारी क्लिन्टन ने आज वाज़िह कर दिया कि इरान के न्यूक्लियर प्रोग्राम पर डिप्लोमेसी का अमल शुरू करने के लिए वक़्त हाथ से निकलता जा रहा है । उन्होंने कहा कि मुज़ाकरात का मक़सद तहरान को न्यूक्लियर हथियारों के हुसूल से रोकना है ।

ये मुज़ाकरात वस्त अप्रैल में शुरू होंगे । हिलारी क्लिन्टन ने कहा कि 13 अप्रैल को इस्तंबोल में मुनाक़िद होने वाले आइन्दा मरहला की मुज़ाकरात ज़रूरी हैं ताकि अमेरीका यह इसराईल की फ़ौजी कार्रवाई के इम्कान पर होने वाली कयास आराईयां को रोका जा सके ।

क्लिन्टन ने कहा कि पुरअमन हल निकालने , इरान के लिए एक मौक़ा मिल रहा है । उन्होंने इरान की नियत पर शुबा ज़ाहिर किया कि वो न्यूक्लियर मसला हल करने के लिए वो मुज़ाकरात में कोई दिलचस्पी नहीं रखता । और वो अमेरीका , इसराईल और दीगर ममालिक को मुतमइन कराने का भी इरादा नहीं रखता।

इन ममालिक का इम्कान है कि इरान न्यूक्लियर हथियारों को फ़रोग़ देने की कोशिश कर रहा है ।