इस देश के अधिकारियों को सऊदी अरब ने उमराह करने से रोका?

सऊदी अरब ने जेद्दा के मलिक अब्दुल अज़ीज़ हवाई अड्डे पर ओमान के एक विमान को उतरने की अनुमति नहीं दी। प्राप्त जानकारी के अनुसार विमान में ओमान की सरकारी हस्तियां सवार थीं जो सऊदी अरब उमरे के लिए गईं थीं।

समाचार पत्र इंडिपेंडेंट की रिपोर्ट के मुताबिक़, सऊदी अरब में ओमान सरकार के हर तरह के प्रयास के बावजूद सऊदी शासन के अधिकारियों ने ओमान के उस विमान को जेद्दा हवाई अड्डे पर उतरने नहीं दिया जिसमें 125 तीर्थ यात्री सवार थे जो सऊदी अरब उमरा करने गए थे। इस बीच यह भी ख़बरें आ रही हैं कि ओमान से सऊदी अरब गए विमान में 6 ऐसी हस्तियां भी सवार थीं जो ओमान सरकार के बड़े पदों पर तैनात हैं।

पार्स टुडे डॉट कॉम के अनुसार, ओमान की मीडिया का कहना है कि सऊदी अरब ने इस तरह का क़दम उठा कर न केवल अंतर्राष्ट्रीय क़ानून का उल्लंघन किया है बल्कि स्वयं को मुसलमानों का कथित रूप में नेतृत्व का दावा करने वाले देश सऊदी अरब ने उमरे जैसे पवित्र कार्य में बाधा उत्पन्न करके पाप भी किया है।

ओमान का कहना है कि आले सऊद शासन मस्क़त के साथ जो व्यवहार कर रहा है उसका कारण यह भी है कि ओमान, ईरान के संबंध में आले सऊद की नीतियों का समर्थन नहीं करता है। इस बीच क़तर के वक़्फ़ मंत्री ने सऊदी अरब से कहा है कि वह पवित्र हज का इस्तेमाल अपने राजनीतिक उद्देश्यों के लिए न करे।

इस बीच हरमैन-शरीफ़ैन की व्यवस्था पर निगरानी रखने वाली अंतर्राष्ट्रीय समिति ने संयुक्त राष्ट्र संघ के मानवाधिकार परिषद के नाम एक पत्र भेजकर पवित्र हज के अपने राजनीतिक फ़ायदे के लिए सऊदी अरब द्वारा इस्तेमाल किए जाने के विरोध में शिकायत की है।