ईरान बैनुल अक़वामी पाबंदीयों के ख़ातमे के फ़ौरन बाद नई हिक्मते अमली के तहत भारत समेत दीगर ममालिक से तेल की फ़रोख्त के दसियों अरब डॉलर की रक़म यूरो की सूरत में अदायगी चाहता है।
ईरान की सरकारी कंपनी नैशनल ईरानी ऑयल कंपनी के एक ज़राए ने आलमी ख़बररसां एजेंसी राईटर्ज़ को बताया है कि फ़्रांसीसी ऑयल और गैस कंपनी टोटल, स्पेन की रीफ़ाइनरी कंपनी सिप्सा और रूसी कंपनी लेतास्को समेत दीगर हालिया मुआहिदों में ईरान यूरो में अपना मुआवज़ा लेगा।”
ईरानी ज़राए का कहना था कि “हमने अपनी शराइत में एक नया इज़ाफ़ा किया है जिसमें बताया गया है कि ख़रीदार यूरो में इस तेल की अदायगी करेंगे और इस पर करंसी ऐक्सचेंज रेट तेल की डिलीवरी के वक़्त तय किया जाएगा।”
ज़राए का कहना था कि ईरान ने अपने खातादारों से, जिनसे अरबों डॉलर की वसूलीयाँ अभी बाक़ी हैं कहा है कि वो अपनी रक़ूम की अदायगी डॉलर की बजाय यूरो में ही करेंगे।