ईरान खाड़ी देशों से बात-चीत का ख़ाहिशमंद है – बहरैन

बहरैन के वज़ीरे ख़ारजा अल शेख़ ख़ालिद बिन अहमद अल ख़लीफ़ा ने ईरान की जानिब से अमीर कुवैत के ज़रीए ख़लीजी ममालिक की क़ियादत को भेजे गए एक पैग़ाम का इन्किशाफ़ किया है जिसमें ईरान ने ख़लीजी ममालिक के साथ मकालमे के आग़ाज़ की ख़ाहिश का इज़हार किया है।

अल अर्बिया न्यूज़ चैनल को दिए गए एक ख़ुसूसी इंटरव्यू में अल शेख़ ख़ालिद अल ख़लीफ़ा ने बताया कि “कुछ अर्सा क़ब्ल ईरान के एक आला अहलकार ने कुवैत का दौरा किया और ख़लीजी ममालिक के साथ ताल्लुक़ात के नए दौर की दरख़ास्त की।

अमीर कुवैत ने ख़लीजतआवुन कौंसिल के ममालिक की क़ियादत को इस अमर से आगाह कर दिया कि ईरानी पैग़ाम में हमारे साथ बात-चीत करने ख़ाहिश शामिल है और हम इस को मुस्तरद नहीं करते हैं।

ताहम ईरानी मुर्शिद आला ने ममलकत बहरैन के ख़िलाफ़ एक बयान जारी किया और इसी तरह ईरानी तंज़ीम के एक क़ाइद ने इश्तिआल अंगेज़ बयानों का सिलसिला जारी रखते हुए ये मुतालिबा किया कि ईरान को बहरैन वापिस किया जाना चाहिए”। वज़ीरे ख़ारजा ने बावर कराया कि “ईरान के साथ बात-चीत का दरवाज़ा खुला है और हम उनसे मुसलसल मिलते भी रहे हैं”।