ईरान ने तेहरान में हुए हमलों पर अमेरिकी बयान को किया खारिज

ईरान के विदेश मंत्री ने गुरुवार को ईरान की संसद और उनके क्रांतिकारी नेता के मकबरे पर हुए हमले पर संयुक्त राज्य अमेरिका के बयान को खारिज कर दिया।

एक ट्वीट में, मोहम्मद जावद ज़ारीफ ने अमेरिका के तेहरान पर हुए हमलो पर दिए बयान को “घृणास्पद” बताया और आरोप लगाया की अमेरिका आंतकवाद का समर्थन कर रहा है।

इस्लामिक स्टेट ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है जिसमे गुरुवार को 13 लोगो की मौत हो गई, अधिकारियों ने कहा।

राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने एक बयान में कहा की, ईरान की राजधानी तेहरान में हुए हमलो के लिए ईरान भी दोषी है।

ट्रम्प ने ट्वीट किया कि ” जो राज्य आतंकवाद को बढ़ावा देते हैं, वे भी आंतकवाद का शिकार हो सकते हैं।” उन्होंने यह भी कहा कि अमेरिका तेहरान में हुए हमलो के लिए दुखी है और पीड़ितों के लिए प्रार्थना कर रहा है।

ट्रम्प की टिप्पणियों की ईरानियों ने सोशल मीडिआ पर काफी आलोचना की है। सोशल मीडिया पर याद करते हुए कई ईरानियों ने कहा की, अमेरिका में 9 /11 के हमले के बाद उन्होंने ईरान मे अपनी सरकार की सहायता से कैंडल लाइट मार्च निकली थी, परन्तु अमेरिका उनकी आलोचना कर रहा है।

“ईरानियों ने 9/11 के हमले के बाद आपके लिए कैंडल लाइट मार्च निकली थी और आप उनपर हमले के बाद उन्हें नीचे दिखा रहे हैं, क्या बात है,” ईरान के एक व्यापार विश्लेषक अली गाज़िलबाश ने ट्वीट किया।

अमेरिकी राष्ट्रपति लंबे समय से ईरान पर आतंकवाद का समर्थन करने का आरोप लगा रहे हैं। उन्होंने तेहरान और प्रमुख शक्तियों के बीच 2015 में हुए परमाणु समझौता को भी ख़तम करने की धमकी दी है।