उत्तरखानड में गारीब लोगो केलिए खास‌ शोबा का क़ियाम

रियासत उत्तरखानड में अक़ल्लीयतों से मुताल्लिक़ उसके मात पर तेज़ रफ़्तार और मूसिर अमल आवरी के मक़सद से रियासती हुकूमत के महिकमा समाजी भलाई ने अक़ल्लीयतों केलिए एक अलहदा ख़ुसूसी शोबा क़ायम करने का फैसला किया है।

सरकारी ज़राए ने कहा है कि चीफ सैक्रेटरी अलोक कुमार जैन की सदारत में मुनाक़िदा एक बैठक‌ में ये फैसला किया गया। अक़ल्लीयतों से मुताल्लिक़ वज़ीर-ए-आज़म के 15 नकाती प्रोग्राम पर अमल आवरी का जायज़ा लेने केलिए ये बैठक‌ मुनाक़िद किया गया था।

ज़राए ने कहा कि ख़ुसूसी शोबा अक़ल्लीयतों की फ़लाही उसके मात पर तेज़ रफ़्तार और मूसिर अमल आवरी को यक़ीनी बनाने केलिए इक़दामात करेगा। अक़ल्लीयतों को उन की फ़लाह-ओ-बहबूद केलिए हुकूमत की तरफ़ से शुरू करदा उसके मात से वाक़िफ़ कराने केलिए अज़ला में कैंप मुनाक़िद किए जाएंगे।

बैठक‌ में मुदर्रिसा बोर्ड से मुल्हिक़ा तमाम मदरसों को तस्लीम करने का फैसला किया। इन केलिए आई टी आई और पॉलीटेक्निक इदारे से इत्तिफ़ाक़ किया गया।सैक्रेटरी स्कूली तालीम मनीषा पनोर ने इकलेती तालिबात में तालीमी शऊर बेदार करने की ज़रूरत पर ज़ोर दिया।

मनीषा पनोर ने कहा कि उत्तरखानड के मुख़्तलिफ़ मुक़ामात पर 28 कस्तूरबा गांधी बाले का विद्यालय चलाए जा रहे हैं जहां इकलेती तबक़ात से ताल्लुक़ रखने वाली लड़कियों को मुफ़्त तालीम के अलावा किया क़ियाम-ओ-ताम की सहूलतें फ़राहम की जाती हैं।

उसे तालीमी मराकज़ में फ़िलहाल 200 लड़कियां ज़ेर तालीम हैं जिन में सिर्फ 60 लड़कियों का ताल्लुक़ इकलेती तबक़ात से है जिस से ज़ाहिर होता है कि इकलेती तबक़ात से ताल्लुक़ रखने वाली लड़कियों ने तालीम की अहमियत को उजागर करने की ज़रूरत है।

मरात से महरूम तबक़ात से ताल्लुक़ रखने वाले 550 तलबा-ए-को 9 ख़ानगी स्कूलों में दाख़िले दिलाए गए हैं।