उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा ने उठाया राम मंदिर निर्माण का मुद्दा

लखनऊ: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने उत्तर प्रदेश में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले राम मंदिर मुद्दे को उठाते हुए कहा कि इस मुद्दे पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले का इंतज़ार करना होगा और साथ ही ये भी आग्रह किया कि इस मुद्दे पर सुप्रीम कोर्ट जो भी फ़ैसला देगा उसको माना जाए |

भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने कहा कि राम जन्मभूमि मुद्दा उनकी पार्टी के चुनावी घोषणा पत्र का एक हिस्सा है।
उन्होंने मीडिया से कहा कि इस मुद्दे पर हमारा रुख दृढ़ है, राम मंदिर एक आम सहमति के बाद या अदालत के निर्देश पर उसी जगह बनाया जाना चाहिए।
शाह आगे कहा कि हम साध्वी प्राची के बयान से सहमत नहीं हैं और न ही हम दादरी विवाद पर संजीव बालियान की टिप्पणी का समर्थन करते हैं हमारा एजेंडा केवल विकास है | हम उत्तर प्रदेश में विकास के मुद्दे पर चुनाव लड़ेंगे |
भाजपा अध्यक्ष ने सत्तारूढ़ समाजवादी पार्टी (सपा) को आड़े हाथों लेते हुए उनपर आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के नेतृत्व वाली सरकार भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने में नाकाम रही है।
केंद्रीय लघु, सूक्ष्म और मध्यम उद्योग मंत्री कलराज मिश्र ने कहा कि अयोध्या में राम मंदिर निर्माण मुद्दा उत्तर प्रदेश में उनकी पार्टी के लिए चुनावी मुद्दा नहीं है | ये एक राष्ट्रीय मुद्दा है लेकिन भाजपा इसे उत्तर प्रदेश के चुनावों में मुद्दा नहीं बनायेगी |

केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने एक साक्षात्कार में हाल ही में कहा था कि उनकी पार्टी उत्तर प्रदेश में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव विकास के मुद्दे पर लड़ेगी |

सिंह ने कहा कि अयोध्या में राम मंदिर निर्माण का मुद्दा राजनीतिक मुद्दा न होकर एक महत्वपूर्ण “सांस्कृतिक मुद्दा” है | ये मामला अभी सुप्रीम कोर्ट में हैं और हम न्याय के लिए इंतज़ार कर रहे हैं |
गृह मंत्री ने यह भी कहा कि उनकी पार्टी वोट के लिए सांप्रदायिक ध्रुवीकरण की राजनीति में लिप्त नहीं है।