उर्दू सहाफ़त को नौजवान क़ारईन पर तवज्जा का हामिद अंसारी का मश्वरा

हैदराबाद, ३१ दिसम्बर: (पी टी आई) उर्दू क़ारईन और बोलने वालों की तादाद में इन्हितात पर इज़हार-ए-अफ़सोस करते हुए नायब सदर जमहूरीया हामिद अंसारी ने उर्दू सहाफ़त को मश्वरा दिया कि उन्हें इस बात को यक़ीनी बनाना चाहीए कि नौजवान क़ारईन उर्दू पढ़ने और लिखने की जानिब राग़िब हूँ।

उन्हों ने कहा कि उर्दू सहाफ़त को नौजवान क़ारईन को नजरअंदाज़ नहीं करना चाहीए। हामिद अंसारी आलमी उर्दू एडीटर्स कान्फ़्रैंस से जिस का आज आग़ाज़ हुआ, ख़िताब कर रहे थे। उन्हों ने कहा कि बहैसीयत मजमूई आबादी में इज़ाफ़ा के बावजूद उर्दू बोलने वालों की जुमला आबादी में कोई नुमायां इज़ाफ़ा नहीं हुआ बल्कि इन्हितात पैदा हुआ है।

सिर्फ उमर रसीदा और अरकान ख़ानदान उर्दू दां हैं, लेकिन सिर्फ उन पर इल्ज़ाम आइद करके सहाफ़त अपनी ज़िम्मेदारी से बच नहीं सकते। उसे चाहीए कि नौजवान नस्ल को उर्दू दानी की तरग़ीब देने पर अपनी तवज्जा मर्कूज़ करें।