उस्मानिया यूनीवर्सिटी हिंदू – मुस्लिम इत्तिहाद का मर्कज़

बर्रे सग़ीर की अज़ीम उस्मानिया यूनीवर्सिटी ना सिर्फ़ तारीख़ी अहमीयत की हामिल है बल्कि हिंदू – मुस्लिम इत्तिहाद का मर्कज़ भी है बावजूद इस के तारीख़ी अहमीयत की हामिल उस्मानिया यूनीवर्सिटी के मसाइल से रुगिरदानी क़ाबिले अफ़सोस अमल है।

मुदीर रोज़नामा सियासत जनाब ज़ाहिद अली ख़ान आर्ट्स कॉलेज प्लाटिनियम जुबली तक़ारीब के ज़िमन में मुनाक़िदा हिमा लिसानी मुशायरे से सदारती ख़िताब के दौरान ये बात कही। इन्क़िलाबी गुलूकार ग़दर प्रिंसिपल आर्ट्स कॉलेज प्रोफ़ेसर पी शंकर राव चेयरमैन तेलंगाना रिसोर्स सेंटर एम वेदा कुमार सेक्रेट्री डायरेक्टर उर्दू अकेडमी प्रोफ़ेसर एस ए शकूर ने भी तक़रीब से ख़िताब किया। शेख़ फ़हीम उल्लाह ने इफ़्तिताही कलिमात अदा किए तक़रीब वो मुशायरे की कार्रवाई फ़िरोज़ रशीद नांदेड़ ने चलाई।

तेलंगाना माइनॉरिटीज़ इन्टेलक्चुअल्स फ़ोरम वो शोबा उर्दू जामिआ उस्मानिया के ज़ेरे एहतेमाम मुनाक़िदा हिमा लिसानी मुशायरे से अपने सिदरहती ख़िताब को जारी रखते हुए जनाब ज़ाहिद अली ख़ान ने कहा कि तेलंगाना रियासत की तशकील और तेलंगाना तहरीक की अलमबरदार सियासी जमात का रियासत में बरसरे इक़्तेदार आने के बाद बर्रे सग़ीर की अज़ीम यूनीवर्सिटी को दर्पेश मसाइल के हल में ताख़ीर तशवीशनाक अमल समझा जा रहा है।

उन्हों ने तेलंगाना रियासत की तशकील के बाद रियासत की तरक़्क़ी और अवाम की फ़लाहो बहबूद के लिए चीफ़ मिनिस्टर तेलंगाना रियासत की जानिब से किए गए बेशुमार एलानात और फ़ंड्ज़ की फ़राख़दिलाना इजराई के बावजूद उस्मानिया यूनीवर्सिटी की अज़मत रफ़्ता की बहाली के लिए हुकूमत की सर्द मोहरी पर गहरे तास्सुफ़ का इज़हार किया।

उन्हों ने कहा कि उस्मानिया यूनीवर्सिटी तेलंगाना तहज़ीब की सफ़ीर दर्सगाह है जिस का तहफ़्फ़ुज़ और अज़मते रफ़्ता की बहाली तेलंगाना हुकूमत की अव्वलीन ज़िम्मेदारी होगी। उन्हों ने क़दीम और अज़ीम तारीख़ी यूनीवर्सिटी में तलबा की घटती तादाद के अस्बाब तलाश करते हुए यूनीवर्सिटी के क़ियाम के मक़सद पर तवज्हा देने का हुकूमत तेलंगाना से मुतालिबा किया।

जनाब ज़ाहिद अली ख़ान ने चीफ़ मिनिस्टर तेलंगाना से मुतालिबा किया कि वो यूनीवर्सिटी की निगहदाश्त इंतेज़ामीया और अज़मते रफ़्ता की बहाली के लिए ख़ुसूसी तवज्जा दे और हुकूमत के फ़र्रराख़दिलाना तआवुन के ज़रीए ना सिर्फ़ हिंदुस्तान बल्कि दुनिया भर में तेलंगाना रियासत की तर्जुमानी करने वाले अज़ीम यूनीवर्सिटी के क़ियाम के मक़सद को बहाल करने का काम करे।

उन्हों ने कहा कि मआशी तौर पर कमज़ोर ख़ानदानों के बच्चे इस यूनीवर्सिटी में तालीम हासिल करते हुए ना सिर्फ़ अपने ख़ानदान के कफ़ील बने बल्कि दुनिया भर में यूनीवर्सिटी और रियासत वो मुल्क का नाम रौशन करने वालों में इन का शुमार हुआ। प्रोफ़ेसर एस ए शकूर ने भी मुशायरे के इनेक़ाद पर मुंतज़मीन को मुबारकबाद पेश की।

उन्हों ने कहा कि उस्मानिया यूनीवर्सिटी से जो भी तहरीक शुरू की जाती है वो इन्क़िलाब की शक्ल अख़्तियार कर लेती है जिस की मिसाल तेलंगाना तहरीक है जो अलैहदा रियासत की सूरत में हमारे सामने मौजूद है। उन्हों ने हिमा लिसानी मुशायरे की बुनियाद डालने वाले प्रोफ़ेसर कृष्णा राव को इस तहरीक का अलमबरदार क़रार देते हुए कहा कि हिमा लिसानी मुशायरे की तहरीक भी पूरी रियासत में तेज़ी के साथ इन्क़िलाब की शक्ल अख़्तियार करेगी।