एग्जिट पोल को बीजेपी के पक्ष में दिखाना मीडिया की मजबूरी है- आज़म

आजम खान ने एग्जिट पोल्स से मायूस हुए लोगों से कहा कि 23 मई तक का इंतजार करें. बीजेपी और मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा, ये जानिए किजुल्म बस जुल्म है, बढ़ता है तो मिट जाता है।
मालूम हो कि लोकसभा चुनाव 2019 के सातवें चरण के मतदान के बाद रविवार को एग्जिट पोल्स सामने आए।

ज़ी न्यूज़ पर छपी खबर के अनुसार, एग्जिट पोल्स के आंकड़ों के मुताबिक, 2019 में अक बार फिर पीएम मोदी की सरकार बनने जा रही है. एग्जिट पोल्स के रुझानों के बाद विपक्ष अब अपनी रणनीति बनाने में जुट गया है।

इसी बीच रामपुर से सपा-बसपा-आरएलडी गठबंधन प्रत्याशी आजम खान ने एग्जिट पोल्स पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि अगर में उतना झूठ बोलू जितना झूठ बोला जा रहा हैं तो क्या आप मुझे सच्चा मान लेंगे।

एग्जिट पोल्स और बीजेपी सरकार पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि अगर में आपसे ये कहूं कि सपा सरकार 3/4 मैजोरिटी से बन रही है। सपा नेता ने कहा कि अगर में कहूं कि हमारी सरकार इतनी ताकत से बन रही है कि हम संविधान भी बदल सकते है, तो क्या आप मान लेंगे।

उन्होंने दिल्ली विधानसभा के दौरान आए एग्जिट पोल्स का जिक्र करते हुए कहा कि एग्जिट पोल के नतीजे लोग बहुत बार देख चुके हैं। सपा के नेता और रामपुर से गंठबंधन प्रत्याशी आजम खान ने कहा कि बीजेपी वाले क्या दिल्ली विधानसभा के समय आए चुनाव नतीजों को भूल गए। हाल ही में हुए छत्तीसगढ़, एमपी और राजस्थान के चुनाव परिणामों पर भी गौर फरमाया जाना चाहिए।

उन्होंने कहा कि मीडिया की मजबूरिया है। पीएम नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि हिंदुस्तान की गद्दी पर ऐसे लोग काबिज हैं, जिनकी वजह से डेमोक्रेसी को डर लगने लगा है। लोग खौफजदा हैं, डरे हुए हैं। उन्होंने कहा कि एग्जिट पोल्स ने हिंदुस्तान के लाखों करोड़ो लोगों को मायूस कर दिया है. डेमोक्रेसी के लिए बदनसीबी की बात है।