एम्सेट पेपर लीक: सीआईडी ने तीसरे मुल्ज़िम को गिरफ़्तार कर लिया

हैदराबाद 30 जुलाई: एमसेट II पर्चा लीक की तहक़ीक़ात करने वाली तेलंगाना सीआईडी ने एक 52 साला ब्रोकर को गिरफ़्तार कर लिया जिस पर इल्ज़ाम है कि उसने 14 स्टूडेंटस के वालिदैन से 1.73 करोड़ रुपये वसूल किए थे। इस तरह इस केस में अब तक गिरफ़्तार शुदगान की तादाद 3 हो गई है। कहा गया है कि शेख़ रमेश उर्फ़ रहीम नामी इस ब्रोकर शहर के मुज़ाफ़ात में बोड ऊपल के मुक़ाम से गिरफ़्तार किया गया।

सीआईडी ने कहा कि इस ब्रोकर ने तेलंगाना और आंध्र प्रदेश के मुख़्तलिफ़ मुक़ामात से 14 स्टूडेंटस को जमा किया और उन्हें पुणे में एक कैंप को मुंतक़िल किया जहां उन्हें लीक हुए पर्चा सवालात के मुताबिक़ तर्बीयत दी गई। एजेंसी के मुताबिक जो 1.73 करोड़ रुपये उसने वसूल किए थे उस के मिनजुमला 1.2 करोड़ रुपये उसने एक और ब्रोकर को दिए जो स्टूडेंटस को पुने के कैंप को ले गया था। सीआईडी ने कहा कि 15 लाख रुपये उस के दोस्त के बैंक एकाऊंट में जमा करवाए गए थे। सीआईडी ने बताया कि रमेश के क़बजे से 37.5 लाख रुपये ज़बत किए गए।

उन्होंने बताया कि दूसरे मुल्ज़िमीन और ब्रोकर्स को गिरफ़्तार करने इक़दामात जारी हैं। सीआईडी ने दो लोगों को गिरफ़्तार किया था और उनके क़बजे से इमतेहान से पहले लीक हुए दो पर्चा सवालात दस्तयाब किए। एजेंसी ने इस केस में मज़ीद मुश्तबा दरमयानी आदमीयों की भी पूछताछ के दौरान शिनाख़्त की है।