एरदोअन की लोकप्रियता से डरते है यूरोपियन नेता: फ़्रांसिसी जर्नलिस्ट

पेरिस: तुर्की के राष्ट्रपति रजब तय्यिप एरदोअन की तारीफ़ करते हुए फ़्रांसिसी मैगज़ीन पेरिस मैच के सम्पादक गिल्लेस मार्टिन शोफ़र ने अनादोलू एजेंसी को बताया कि एरदोअन की बढती हुई लोकप्रियता उन्हें इस्लाम और मुसलमानों का नेता बना रही है.
मार्टिन ने कहा कि एरदोअन “तुर्की के चार्ल्स दे गॉल” हैं. एक प्रोग्राम के दौरान बात करते हुए फ़्रांसिसी अखबार के एडिटर ने कहा कि उनके ख़िलाफ़ जो प्रोपगंडा यूरोपियन मीडिया में फैलाया जा रहा है वो इस बात को ज़ाहिर करता है कि एरदोअन एक कामयाब नेता हैं और सही रास्ते पर चल रहे हैं. उन्होंने कहा कि एरदोअन में एक इच्छा शक्ति है जो यूरोपियन नेताओं में नहीं है.

“उन्हें लगता है राष्ट्रपति एरदोअन सत्तावादी हैं. मुझे लगता है इसके अन्दर दो बातें हैं. एक तो यूरोपियन नेता पुतिन और एरदोअन को एक जैसा देखते हैं क्यूंकि वे लोअर क्लास से आते हैं. अगर आप दूसरों से बेहतर है तो उन्हें तकलीफ़ होती ही है”, उन्होंने आगे कहा.

मार्टिन ने कहा कि हालांकि एरदोअन की लोकप्रियता दिन-ब-दिन बढती जा रही है और हर बार उन्हें पिछली बार से ज़्यादा वोट मिलते हैं. वो लोकतान्त्रिक तरीकों से कामयाब हुए हैं, जनता की आज़ाद-ख़याली और चुनावों के ज़रिये.

शोफ़र ने बताया कि यूरोपियन लोगों को लगता है कि इस्लाम का लोकतंत्र से कोई नाता ही नहीं हो सकता जो कि ग़लत है. “यूरोपियन लोगों को लगता है ऐसी कोई चीज़ है ही नहीं कि मुस्लिम के साथ डेमोक्रेट शब्द का इस्तेमाल किया जाए ये सिर्फ़ इसाई के लिए मुमकिन है.शोफ़र ने कहा, “फ़्रांसिसी पब्लिक को मालूम ही नहीं है कि PKK(एरदोअन की पार्टी) क्या है, उन्हें तो ये भी नहीं पता कि आर्मीनियाई दावों का कोई आधार नहीं, वो तुर्की को सही से समझ ही नहीं पा रहे हैं.”