एससी एसटी अरकान इंतेज़ामी ओहदों पर बरक़रार रहेंगे

हैदराबाद 11 अप्रैल: उन इत्तेलाआत के दौरान कि हैदराबाद यूनीवर्सिटी एससी / एसटी टीचर्स फ़ोरम के अरकान ने वाइस चांसलर की हैसियत से प्रोफेसर अप्पा राव‌ के ज़िम्मेदारियाँ दुबारा सँभाल लेने पर बतौरे एहतेजाज इंतेज़ामी ओहदों से इस्तीफ़े पेश करदिए हैं यूनीवर्सिटी में बेशतर टीचर्स ने अपने ओहदों पर बरक़रारी की तौसीक़ की है।

यूनीवर्सिटी के एक आलामीया में कहा गया है कि वाइस चांसलर के ऑफ़िस को 7 मार्च को एससी / एसटी टीचर्स फ़ोरम के कन्वीनर से एक ईमेल मौसूल हुआ था जिसमें उस के अरकान के इस फ़ैसले से वाक़िफ़ करवाया गया था कि वो इंतेज़ामी ओहदों पर बरक़रार रहना चाहते।

वाइस चांसलर ने कन्वीनर से दूसरे दिन ईमेल में ख़ाहिश की के वो फ़ोरम के अरकान को ओहदों पर बरक़रार रहने की तलक़ीन करें। कहा गया है कि अगर एससी / एसटी फ़ोरम का कोई फ़र्द इंतेज़ामी ओहदे पर बरक़रारी की वाइस चांसलर की दरख़ास्त को क़बूल करने तैयार नहीं है तो उसे इन्फ़िरादी तौर पर इस्तीफ़ा पेश कर देना चाहीए। इस में वजूहात भी बताई जानी चाहीए। उस के बाद यूनीवर्सिटी इस पर ग़ौर करेगी।

आलामीया में कहा गया है कि अभी तक यूनीवर्सिटी या वाइस चांसलर के दफ़्तर को एससी / एसटी टीचर्स फ़ोरम के कन्वीनर या इन्फ़िरादी तौर पर दूसरे असातिज़ा से कोई जवाब मौसूल नहीं हुआ है।