ऑन लाइन मीडिया मे लिखने पर IIMC ने छात्र को कॉलेज से निकाला

नई दिल्ली: भारतीय जन संचार संसथान (IIMC) ने ‘ऑनलाइन मीडिया’ पर लिखने की वजह से रोहिन कुमार को सस्पेंड कर दिया है. रोहिन कुमार का आरोप है कि मुझे नोटिस नहीं, सस्पेंशन आर्डर थमाया गया है. लाइब्रेरी और हॉस्टल में ही नही कैंपस तक में आने से मना कर दिया है. गार्ड्स को मेरी तस्वीर दे दी गई है ताकि वो मुझे रोक सके. कारण है हमारा ऑनलाइन मीडिया में लिखना.
आर्डर में रोहिन कुमार पर आरोप लगाया गया है कि ऑनलाइन मीडिया में लिखना संस्थान के अकादमिक माहौल को ख़राब कर रहा है.संसथान का कहना है कि उनके लेखनी आईआईएमसी के साथियों को उकसा रही है.

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रोहिन कुमार के अनुसार, विगत 29/12/2016 को हमारे रेडियो टीवी विभाग के पांच स्टूडेंट्स को सोशल मीडिया पर लगातार लिखने के बावजूद, पहले उन्हें IIMC के अनुशासन समिति के सामने पेश होकर अपना पक्ष रखने के लिए नोटिस दिया गया. नोटिस के बाद उन्हें पक्ष रखने का मौका देकर कमेटी द्वारा सुनवाई की गई. सुनवाई के बाद उन्हें सम्बन्धित आर्डर से सूचित किया गया. जबकि, मेरे मामले में कमेटी के सामने पेश होने सम्बन्धी नोटिस दिए बिना सस्पेंड कर दिया गया. आर्डर में कमेटी का गठन कब होगा इसकी कोई सूचना नहीं दी गई है. प्रथमदृष्टया ऐसा प्रतीत होता है की प्रशासन ने इतनी जल्दीबाजी में ये फैसला लिया की उन्होंने IIMC के ऑफिसियल दस्तावेज में मेरा असल नाम क्या है इसे पता करना भी जरुरी नहीं समझा गया.
आपको बता दूं, IIMC के ऑफिसियल दस्तावेज में मेरा नाम ‘रोहिन कुमार’ है और फेसबुक पर ‘रोहिन वर्मा’. अभी मैं अपना कोई पक्ष नहीं रख रहा क्यूंकि लगाये गए आरोप बहुत ही सब्जेक्टिव है. हमने आजतक ऐसा कुछ भी नहीं लिखा जो अपवादक, भेदभावपूर्ण, छेड़ छड करनेवाला, डराने धमकाने वाला या अश्लील हैं.

 

 


आईआईएमसी आये तो चार-पांच महीने ही हुए हैं, ऑनलाइन मीडिया पर काफी वक़्त से लिख रहा हूं लेकिन कभी सोचा नहीं था मीडिया संस्थान ही हमें लिखने के लिए सस्पेंड कर देगा. खैर, अब तो हो ही गया हूं! आज आप भी हमारे प्रोफाइल से गुजरिये और पता कीजिये आखिर मैं ऐसा क्या लिखता रहा हूं. जिसके लिखे से कैंपस में अशांति; और संसथान में शैक्षिक माहौल ख़राब करने जैसा हो सकता है. जो व्यक्ति अकादमिक माहौल, डिबेट-डिशक्शन को हमेशा वरीयता देता आया हो उसपर ही इसे खराब करने का आरोप मढ़ दिया.